माले नेता ने छतरपुर सीओ पर एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया: सीओ ने भी नेताओं पर किया मुकदमा

माले नेता ने छतरपुर सीओ पर एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया: सीओ ने भी नेताओं पर किया मुकदमा


-- अरूण कुमार सिंह

पलामू । अपने तल्ख अंदाज और अलग किस्म की कार्यशैली से हमेशा चर्चा में रहने वाले छतरपुर सीओ मोदस्सर नजर मंसूरी पर भाकपा माले नेता रामराज पासवान ने छतरपुर थाना में एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है । सीओ ने भी उक्त माले नेता सहित तीन लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और सरकारी बिल्डिंग पर दीवार लेखन करने को लेकर मुकदमा दर्ज कराया है । इसमें माले नेता रामराज पासवान, कपिलदेव प्रजापति और लालमोहन प्रजापति को आरोपी बनाया गया है । माले नेताओं ने घटना के विरोध में जिला मुख्यालय और छतरपुर में प्रतिवाद मार्च भी निकाला और छतरपुर सीओ को सस्पेंड करते हुए गिरफ्तार करने की मांग की ।

क्या है मामला

बीते मंगलवार की शाम छतरपुर प्रखंड कार्यालय के सामने पुराने और जर्जर बिल्डिंग पर माले नेताओं द्वारा दीवार लेखन किया जा रहा था । दीवार लेखन में छतरपुर की स्थानीय समस्याओं से सम्बद्ध नारे लिखे गये थे । एक पुरानी बिल्डिंग प्रखंड कार्यालय के मुख्य दरवाजे के ठीक सामने है । इस जर्जर बिल्डिंग की दीवार पर चूना पोतकर जब माले नेता दीवार लेखन कर रहे थे तभी सीओ मोदस्सर नजर मंसूरी गेट के बाहर निकले । दीवार लेखन को देखा और लेखन कर रहे लोगों को दीवार पर लिखने से यह कहते हुए मना किया कि यह सरकारी दीवार है । सीओ के मना करने के बाद दोनों ओर से शुरू हुई बातें तल्ख होने लगी ।

भुक्तभोगी माले नेताओं का कहना है कि दीवार लेखन की बात शुरू हुई तो सीओ तुरंत गुस्से में हो गये । उनकी बोली लगातार बिगड़ने लगी । माले नेताओं ने इसका प्रतिवाद किया तो कथित रूप से सीओ ने न सिर्फ गालियां बकनी शुरू कर दी बल्कि उनके एक साथी पर हाथ भी चला दिया । उनके एक साथी का सिर भी फट गया है । इसी बीच सीओ ने छतरपुर थाना से पुलिस भी बुलवायी । पुलिस माले नेता रामराज पासवान, कपिलदेव प्रजापति और लाल मोहन प्रजापति को पकड़कर ले गयी । देर रात तक इन्हें थाने में बिठाया गया और बाद में छोड़ दिया गया । जबकि इस बावत सीओ मोदस्सर नजर मंसूरी ने माले नेताओं के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है उनके पास पुख्ता सबूत हैं तो जिन्हें वे उचित फोरम पर रखेंगे ।

इसी बीच कुछ लोगों ने मध्यस्थता करने की कोशिश की लेकिन  बात नहीं बन पायी । माले नेता मुकदमा दर्ज करने की अपनी जिद पर अड़े रहे । छतरपुर बाजार से लेकर थाना तक प्रतिवाद मार्च भी निकाला जिसमें अन्य लोग भी शामिल थे । आखिरकार बुधवार को दोपहर बाद दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया ।