छतरपुर के डाली में बनेगा पहला पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर, पलामू आयुक्त ने रखी आधारशिला
First Environment Dharma Gyan Mandir to be built in Chhatarpur's Dali, Palamu Commissioner laid the foundation ston
-- समाचार डेस्क
-- 10 जुलाई 2021
पलामू जिले के छतरपुर अनुमंडल के डाली बाजार के कौशल नगर स्थित मोहनलाल खुर्जा व पार्वती देवी पार्क परिसर में पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर का शिलान्यास आयुक्त जटाशंकर चौधरी और पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने संयुक्त रूप से किया एवं दुर्लभ प्रजाति कलपतरू का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
पर्यावरणविद् कौशल किशोर जायसवाल के नि:शुल्क पौधा वितरण सह पौधारोपण का 55वां वर्ष एवं श्री जायसवाल द्वारा चलाये जा रहे पर्यावरण धर्म एवं वनराखी मूवमेंट के 45 वां वर्षगांठ का।
इस दौरान उन्होंने वार्षिक पौधा वितरण शिविर का भी उद्घाटन ग्रामीणों के बीच पौधा वितरण कर किया। आयुक्त ने मोहनलाल खुर्जा व पार्वती देवी पार्क में दुर्लभ प्रजाति के पौधों का अवलोकन कर उसकी सराहना की। आयुक्त ने कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के लिए जैव विविधता का संरक्षण महत्वपूर्ण है। वर्तमान पीढ़ी के साथ-साथ हमारी आनेवाली पीढ़ियां यदी देशी फल-फूल, पौधों, वनस्पतियों से परिचित नहीं होंगे, तो उनका योगदान पर्यावरण सुरक्षा में नगण्य रहेगा। इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण प्रेमी श्री जायसवाल का प्रयास मायने रखता है।
आयोजक कर्ता कौशल ने कहा कि धरती और ब्रह्मांड के 84 लाख योनि जीवों को बचाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म के साथ पर्यावरण धर्म को अपनाना होगा । उन्होंने कहा कि हमारी ओर से निशुल्क पौधावितरण सह रोपण निजी खर्चों पर 55 वर्षों से नेपाल भूटान समेत देश के 22 राज्यो के 85 जिलों में 40 लाख से अधिक पौधों का निशुल्क वितरण किया और लोगों में अभियान चलाकर के जागरूकता पैदा किया प्रदूषण नामक शत्रु को खत्म करने के लिए पेड़ पौधा से होगा ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डाली बाजार के मुखिया मुखिया अमित कुमार जायसवाल ने की । उप मुखिया अफजाल अंसारी, सुचित कुमार जायसवाल, सूरज प्रसाद, महेजर यादव, रामजी प्रसाद, रामजन्म यादव, जुबैर अंसारी, महेश यादव, विनोद यादव, वसीम अकरम, मोबिन अंसारी, फटीनंद, मुख देव राम, महावीर भुइयां, बृजमोहन सिंह, छठू सिंह, रामदेव पासवान, बृज किशोर विश्वकर्मा, नंदू प्रजापति आदि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।