एक ही आदमी से अपनी दो बेटी को बेचने के बाद बाप तीसरी बेटी को भी बेचना चाहता था लेकिन...

After selling his two daughters to the same man, the father wanted to sell the third daughter too but..

एक ही आदमी से अपनी दो बेटी को बेचने के बाद बाप तीसरी बेटी को भी बेचना चाहता था लेकिन...

-- संवाददाता
-- 23 सितंबर 2021

मेराल (गढ़वा) । मेराल थाना पुलिस की तत्परता से थाना क्षेत्र के सीहो गांव की गरीब दलित परिवार की तीन लड़कियाँ (जिनमें दो नाबालिग हैं), बड़ी बहन की संबद्ध शिकायत पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई किये जाने के कारण बिकने से बच गयीं । इस मामले में पुलिस ने अर्जुन लाल नामक दलाल के साथ लड़कियों के पिता को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है ।

बड़ी लड़की ने की थी पुलिस में शिकायत

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को थाना क्षेत्र के सीहो गांव निवासी प्रवेश भुइयां की 18 वर्षीया परित्यक्ता पुत्री मेराल थाना पहुंची । उसने पुलिस को बताया कि उसके पिता प्रवेश भुइंया द्वारा उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला अंतर्गत सुजानगंज थाना क्षेत्र के हिम्मत नगर निवासी अर्जुन लाल के हाथों अपनी दो छोटी बहनों के बाद उसे भी बेच देने की बात चल रही है । पीड़िता के इस बयान पर मेराल थाना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सीहो गांव में युवती के घर पहुंच कर उसके पिता तथा वहां से भागने के फिराक में निकला दलाल अर्जुन लाल को गिरफ्तार कर लिया । युवती के लिखित आवेदन के आधार पर दोनों आरोपियों के साथ आवेदिका एवं उसकी 17 एवं 15 वर्षीया दो छोटी बहनों को गढ़वा न्यायालय में उपस्थापन हेतु भेजा गया। जहां तीनों लड़कियों के 164 के बयान दर्ज कराने के बाद आरोपी पिता के साथ दलाल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बुधवार की देर रात्रि तीनों लड़कियों को उनकी मां को सौंप दिया गया।

बाप ने पहले 20 हजार में बेचा था अपनी नाबालिग बेटी को

मेराल थाना क्षेत्र के सीहो गांव निवासी प्रवेश भुइंया की तीन बेटियां हैं । बड़ी बेटी द्वारा थाना में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उसके पिता ने करीब एक वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश के दलाल (मानव तस्कर) अर्जुन लाल से 20 हजार रुपए लेकर 17 वर्षीया उसकी मझली बहन को अर्जुन के साथ जबरन भेज दिया था । अपने घर जाकर अर्जुन ने उसकी नाबालिग बहन के साथ अपने नाबालिग बेटे राजू जैन की शादी एक मंदिर में जबरदस्ती करा दी थी । उसकी यह बहन अब गर्भवती है। पैसे के लालच में पिता ने 20 दिन पूर्व अर्जुन से फिर 15 हजार रुपए लेकर 15 वर्षीय छोटी बहन को उसके साथ भेज दिया। छोटी बहन वहां की प्रताड़ना और स्थिति से तंग आकर जार बे जार रोने लगी। उसके साथ पहले से वहां गई मंझली बहन भी रोने लगी । तो 20 सितंबर को दोनों बहन को साथ लेकर अर्जुन घर आ गया। यहां आकर अर्जुन ने उसके पिता प्रवेश से कहा कि इस बार बड़ी बेटी को भी साथ ले जाएंगे। तीनों बहन वहीं रहेगी ।

आवेदन में पीड़िता ने कहा है कि - "यह सुनने के बाद मैं अपने पिताजी से बोली कि मैं उस आदमी के साथ नहीं जाऊंगी । हम अपने जाति समाज में इधर ही शादी करेंगे। यह बात सुनते ही मेरे पिताजी और उत्तर प्रदेश से आए दलाल मेरे साथ मारपीट करने लगे तथा जान से मारने की धमकी देने लगे । तो मैं चुपके से गांव में ही मौसी के घर जाकर मौसी तथा गांव के लोगों को आपबीती सुनायी  । लोगों ने सारी बातें थाना को बताने की सलाह दी । तब थाना में आकर आपबीती सुनाई ।"

मां ने कहा - गांव के लोगों के बहकावे में आकर बेटी ने कराया है मुकदमा

तीनों बेटी को बेचे जाने की बात पूछे जाने पर मां गीता देवी ने कहा कि बड़ी बेटी जो परित्यगिता है, वह किसी के बहकावे में आकर केस दर्ज कराई है। उसने बताया कि मंझली बेटी की शादी पूरे घर परिवार की सहमति से 1 वर्ष पहले हुई थी, जो गर्भवती भी है। छोटकी बेटी भी अपनी मरजी से उसी के घर गई थी । किसी के साथ उसे बेचा नहीं  गया था।