उत्तर प्रदेश की एक भटकी हुई महिला को उज्जवला गृह ने उनके पति से मिलवाया

Ujjwala Griha introduced a stray woman from Uttar Pradesh to her husband

उत्तर प्रदेश की एक भटकी हुई महिला को उज्जवला गृह ने उनके पति से मिलवाया

-- समाचार डेस्क
-- 23 सितंबर 2021

उत्तर प्रदेश की भटकी महिला को रेलवे थाना ने 4 सितम्बर 2021 को दयनीय स्थिति में (काल्पनिक नाम सोनी) उज्जवला गृह में सौंपा था । रेलवे थाने ने लिखित सूचना दी की सोनी को संरक्षण दिया जाए । ये मानव तस्करी की शिकार हो सकती हैं । उज्जवला के पदाधिकारियों ने इसे नहला धुला कर खाना खिलाया । इसकी स्वास्थ्य इतनी खराब थी कि चलना फिरना मुश्किल हो रहा था । पलामू  मेडिकल कालेज अस्पताल में इनकी बीमारियों का इलाज कराया गया । कई प्राइवेट टेस्ट संस्था ने निजी खर्च से कराये । बाद में पता चला कि इन्हें टीबी रोग भी है ।

इसी बीच सोनी होश में आईं और उसने एक मोबाइल नंबर दिल्ली का बताया । दिल्ली का नंबर उमेश जी का था । शुरू में उन्होंने सोनी को पहचानने से इंकार किया । लेकिन जब उनसे पुनः अनुरोध किया गया तो उन्होंने सोनी के पापा के नाम और नंबर बता दिये । उनसे संपर्क हुआ तो पता चला कि उनका एक्सीडेंट हुआ है । वह आने में असमर्थ हैं । उन्होंने अपने दामाद सोनी के पति विनीत शर्मा के नाम बताया कि वह यूपी के अलीगढ़ क्वार्सी थाना क्षेत्र सरोज नगर के रहने वाले हैं । थाना और वहां के प्रशासन से संपर्क कर विनीत शर्मा से बात की गयी । इन्होंने बताया कि मेरी पत्नी कहीं गुम हो चुकी है और मिसिंग रिपोर्ट थाने में दर्ज है । डालटनगंज रेलवे थाना और क्वार्सी अलीगढ़ थाने से समन्वय बनाकर विनीत को बुलाया गया और आज जन प्रतिनिधियों के सामने सोनी  को उसके पति विनीत शर्मा को जिम्मा देकर सौंप दिया गया ।

समाजसेवी विजय चंद्रवंशी और मेदिनीनगर वार्ड के वार्ड 33 पार्षद चंचला देवी ने कपड़ा और मिठाई उन्हें देकर विदा किया । इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश कुमार, एक्शन एड के जिला समन्वयक उमेश कुमार आदि उपस्थित थे । उज्जवला गृह के संचालक और ग्रामीण समाज कल्याण विकास मंच के सचिव मो हशमत रब्बानी ने कहा कि मानव तस्करी रोकथाम वास्ते लोगों में जागरूकता जरूरी है । सभी विभागों से समन्वय बनें ताकि मानव तस्करी मुक्त देश बने । सामाजिक कार्यकर्ता समीना बीबी ने सोनी के पसंद के अनुसार भोजन कराई और इलाज में पूर्ण सहयोग किया । उज्जवला गृह के प्रबंधक स्वर्णलता रंजन, रुचिका कुमारी वार्डेन निशा रानी, परामर्शी अंजलि कुमारी ने भरपूर सहयोग किया ‌। विनीत शर्मा ने कहा कि मुझे उज्जवला गृह आकर बहुत ख़ुशी हुयी । डाल्टनगंज में हमें बहुत इज्जत मिला । आज मैं अपनी भटकी हुयी पत्नी जो उज्जवला गृह के प्रयास से वापस सुरक्षित ले जा रहा हूं ।