पलामू : हजारों क्विंटल धान की हेराफेरी में चैनपुर के सीओ ने अपने कम्प्यूटर ऑपरेटर पर प्राथमिकी दर्ज करायी

Palamu: The CO of Chainpur lodged an FIR against his computer operator in the misappropriation of thousands of quintals of paddy

पलामू : हजारों क्विंटल धान की हेराफेरी में चैनपुर के सीओ ने अपने कम्प्यूटर ऑपरेटर पर प्राथमिकी दर्ज करायी

-- प्रमुख संवाददाता
-- 15 जून 2021

पलामू जिले के चैनपुर सीओ संजय कुमार बाखला ने अपने कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रभात कुमार पांडेय पर हजारों क्विंटल धान की हेराफेरी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए चैनपुर थाना को आवेदन सौंपा है ।

सीओ कार्यालय के पत्रांक 390,‌ दिनांक 14-04-2021 के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज करने के लिए दिये गये आवेदन में उन्होंने कहा है कि- "मेरे लॉगिन (आई0डी0 पासर्वड) से ऑनलाइन कार्यो का निष्पादन कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रभात कुमार पाण्डेय द्वारा किया जाता है। इस कार्यालय के पत्रांक 330 दिनांक 13.04.2021 एवं पत्रांक 348 दिनांक 22.04.2021 द्वारा धान बिक्री हेतु प्रेषित कुल 86 किसानों का प्रतिवेदित धान की मात्रा में कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रभात कुमार पांडेय द्वारा छेड़छाड़ कर ज्यादा का अनुमोदन कर‌ जिला को भेज दिया गया है‌‌ । चूंकि मैं अंचल अधिकारी, चैनपुर के साथ-साथ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, उँटारी‌ रोड के प्रभार में भी था। ऐसी स्थिति में इस कार्यालय से उपरोक्त पत्रांकों द्वारा प्रेषित सूची की विस्तृत जांच नहीं‌ कर सका। उक्त मामला जिला आपूर्ति पदाधिकारी, पलामू के प्रासंगिक पत्र के द्वारा प्राप्त सूचना के बाद मेरे संज्ञान में आया।"

"इस संबंध में जब मैंने कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रभात कुमार पाण्डेय से अपने कक्ष में बुला कर पूछ-ताछ किया तो उन्होंने यह स्वीकार किया की मुझसे भूल वश यह गलती हो गयी, इसके लिए मुझे माफ कर दिया जाय। चूंकि‌ यह मामला हजारों क्विंटल धान की हेर-फेर का है और यह धान विक्रय माफिया द्वारा कम्प्यूटर ऑपरेटर से‌ सांठगाठ कर मेरे आई0डी0 पासवर्ड का दूरूपयोग कर फर्जीवाड़ा करने का है। जो एक अपराधिक मामला बनता है।‌ अतः अनुरोध है कि श्री प्रभात कुमार पाण्डेय कम्प्यूटर ऑपरेटर द्वारा मेरे आई0डी0 पासर्वड से छेडछाड‌ कर फर्जीवाड़ा करने के विरूद्ध उनके उपर सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुये कानूनी कार्रवाई करने की कृपा की जाय।"

यह स्थिति केवल चैनपुर की नहीं है...

भले ही, डीएसओ पलामू के संबद्ध पत्र के आलोक में चैनपुर सीओ उक्त कार्रवाई पर मजबूर हुए, लेकिन यह मामला अकेले चैनपुर का नहीं है । ऐसी हेराफेरी पूरे जिले में सरकारी धान क्रय केन्द्रों पर हुई है जिसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए । हर केन्द्र पर धान विक्रय माफिया द्वारा इलाके के कुछ किसानों से सांठगांठ करके हेराफेरी की गयी है । जिन किसानों के पास स्थल पर एक एकड़ जमीन है, उन्होंने 10-10 एकड़ का धान बेचा । उनके खाते में जब संबद्ध राशि आयी तो विक्रय माफिया ने बंदरबांट कर लिया । ऐसी स्थिति में सर्वाधिक नुकसान वास्तविक किसानों का हुआ है जिन्हें धान विक्रय केन्द्रों से बहाने बनाकर लौटा दिया गया और उनका धान नहीं खरीदा गया । इस मामले में हर केन्द्र पर जांच हो तो बहुत बड़ा घोटाला सामने आएगा ।