"वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा हम सभी का दायित्व है  : कौशल किशोर जायसवाल

"Safety of forest and wildlife is the responsibility of all of us" : Kaushal Kishore Jaiswal

"वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा हम सभी का दायित्व है  : कौशल किशोर जायसवाल

-- समाचार डेस्क
-- 14 जुलाई 2021

जिले के छतरपुर अनुमंडल के केरकी कला गांव में बड़े पैमाने पर पौधा रोपण कर वन महोत्सव मनाया गया । इस कार्यक्रम का आयोजन वन विभाग ने किया था । इस कार्यक्रम में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के केन्द्रीय अध्यक्ष और वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद् कौशल किशोर जायसवाल ने वन और पर्यावरण पर अपने विस्तृत अनुभव लोगों के बीच शेयर करते हुए सभी से वन और पर्यावरण बचाने की अपील की और साथ ही पौधारोपण भी किया ।

उन्होंने पर्यावरण धर्म की प्रार्थना के साथ पौधरोपण करते हुए वहां मौजूद ग्रामीणों, पदाधिकारियों और नेताओं को पर्यावरण धर्म के 8 मूल मंत्रों की शपथ भी दिलायी । कहा कि वन एवं वन्य प्राणियों की सुरक्षा करना केवल वन विभाग का दायित्व नहीं है । बल्कि इसके लिए  समाज के सभी लोगों को आगे बढ़कर उसकी सुरक्षा का दायित्व लेना होगा, तभी वन महोत्सव मनाने का मकसद सफल  और सार्थक होगा।  

उन्होंने प्रदूषण और कोरोना से मुक्ति के लिए पौधारोपण नामक मिसाइल को अपना सारथी बनाने की अपील की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक पुष्पा देवी ने आज की महामारी पर बोलते हुए कहा कि लोग पौधा लगाकर अपने बच्चों की तरह उसका देखभाल करें। तभी हम इस लड़ाई को जीत पाएंगे। पूर्व सांसद मनोज कुमार ने जंगल के महत्व पर प्रकाश डालाते हुए कहा कि आज बड़े पैमाने पर हो रही वनों की कटाई के कारण प्रकृति पर प्रतिकूल असर पड़ा है, जिसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। 

वन प्रमंडल पदाधिकारी अमरनाथ सिंह ने कहा कि इस वर्ष लाखों पौधे लगाए जाएंगे, क्योंकि बिना हरियाली की  क्षेत्र  में खुशहाली नहीं आएगी। छतरपुर सीओ मोदस्सर नजर मंसूरी ने कहा कि वनों को कटने से धरती का तापमान बढ़ा है, जिससे तरह-तरह की प्राकृतिक आप दायें आ रहीं हैं और ग्लेशियर भी पिघल रहे हैं ।

मौके पर वन क्षेत्र पदाधिकारी विनोद कुमार , अकाउंटेंट शंकर श्रीवास्तव वनपाल, वनरक्षी, छतरपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष राम नरेश यादव, सुचित कुमार जायसवाल, विनोद यादव, बृज किशोर विश्वकर्मा, शिवनाथ कुमार रवि, अशोक भुइयां, नसरुल्ला अंसारी, मनोज गुप्ता, संजय सिंह, रविन्द्र राम, अशोक तिवारी, जितेंद्र प्रसाद, सुभाष गुप्ता, विकास यादव एवं झारखंड नृत्य कला के सदस्य और ग्रामीण मौजूद थे।