संत का श्राद्ध- आंसू, भक्ति, स्मरण, भंडारा और श्रद्धांजलि

Shradh of the saint - tears, devotion, remembrance, bhandara and tribute

संत का श्राद्ध- आंसू, भक्ति, स्मरण, भंडारा और श्रद्धांजलि

-- प्रमुख संवाददाता
-- 19 जून 2021

पलामू जिले के प्रसिद्ध चिकित्सक स्व० डॉ मोहन प्रसाद के भाई और अयोध्या वासी संत रामदास त्यागी जी की स्मृति में छतरपुर के चेराईं कुटिया परिसर में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया । इस मौके पर सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने दिवंगत पुण्यात्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और उनके व्यक्तित्व तथा कृतित्व का स्मरण किया । इस कार्यक्रम में आसपास के संत-महात्मा, श्रद्धालु-भक्तगण के अलावे मेदिनीनगर, छतरपुर, पाटन से सैंकड़ों लोग शामिल हुए।

साकेतवासी स्वामी त्यागी जी महाराज की स्मृति में श्रीशिवतपोभूमि धाम (केरकी कुटिया) की पावन धरती उनकी तथा कुटिया के भूमिदाता पूरण भगत जी की प्रतिमा का प्रतिष्ठा अयोध्याधाम से आये लालबाबा के कर कमलों के द्वारा कुटिया के  महंत-पुजारी स्वामी इन्द्रदेवाचार्य, रजत दास, संत विभु सुमनजी, विश्वनाथ बाबा, बाबा रामजी दास, हलखोरी भगत के सान्निध्य में किया गया।

इस कार्यक्रम में पूज्य त्यागी जी के एकमात्र चौथे छोटे भाई अजीत बाबू, गोविन्द प्रसाद, जिला मुख्यालय से कुटिया के विकास को समर्पित हीरानंद पाठक, छिपादोहर रेंजर उमाशंकर सिंह, पाटन से जिप सदस्य मुकेश पाण्डेय, कुटिया अध्यक्ष रामनरेश यादव, कोषाध्यक्ष मनोज गुप्ता, मुखिया पति रविन्द्र राम, पसस मालिकचंद राम, प्रमुख जगनारायण सिंह, सुबोध सोनी, विनय प्रसाद आदि भी शामिल थे । बताते चलें कि प्राकृतिक सुंदरता, पेड़-पौधे, मंदिरों और विद्यालय से सुसज्जित इस चेराईं कुटिया को स्वर्गीय रामदास त्यागी जी ने ही संस्थापित और विकसित किया था । पिछले एक दशक से अधिक वक्त से वे अयोध्या वासी हो गये थे । वहीं पर उन्होंने शरीर त्याग दिया ।