पीएम मोदी जी ने कहा है : पलामू के हर गांव और हर स्कूल में बिजली और इंटरनेट है और लोगों के पक्के मकान भी
पलामू । बीते 4 अप्रैल को मेदिनीनगर के चियांकी हवाई अड्डा मैदान से चुनावी जनसभा में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पलामू के लिए जो आंकड़े पेश किये, उनपर यकीन किया जाना चाहिए । यकीन इसलिए किया जाना चाहिए क्योंकि यह बात पीएम मोदी जी ने कही है ।
पीएम मोदी के भाषण के वे अंश यदि आप भूल गये हों तो मैं शब्दश: उन्हें पुनः दुहरा देता हूं । पीएम मोदी जी ने मंच से कहा था -
"कांग्रेस और उनके सहयोगियों ने पलामू को भी अपने हाल पर छोड़ दिया था । दिल्ली में इनके नेताओं को नक्शा दिखाकर पूछ लीजिए कि पलामू कहां है तो इन्हें पता ही न होगा । पिछड़ा जिला कहकर पलामू को अपमानित किया जाता था । कोई अफसर यहां आने को तैयार नहीं होते थे । जिन जिलों को वे बैकवर्ड जिला कहकर बर्बाद करके रखा था, उन्हें मैंने आकांक्षी जिला कहा । मैंने यहां के लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए देश के सबसे अच्छे अफसरों को पलामू भेजा ।"
आपको इस वाक्य पर गौर करना चाहिए - "देश के सबसे अच्छे अफसरों को पलामू भेजा..."
सचमुच गजब का सुशासन है पलामू में ! यहां के किसी भी सरकारी कार्यालय में अगर आम जनता चली जाए तो सरकारी अधिकारी और कर्मचारी उन जनता जनार्दन को ईश्वर का स्वरूप और उन्हें लोकतंत्र का राजा समझकर उनसे वैसा ही व्यवहार करते हैं । आम जनता का काम कहीं नहीं रूकता । कोई टालमटोल नहीं करता । किसी भी सरकारी कार्यालय में आम जनता से किसी भी तरह की कोई रिश्वत नहीं ली जाती । कम से कम पिछले दस सालों में पलामू के सरकारी महकमे ने यहां के जल-जंगल-जमीन की पूरी आबरू रखी है...
इसलिए हम पूरे गर्व के साथ यह दमखम से कह सकते हैं कि हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने मंच से सोलह आना सच कहा है ।
आगे प्रधानमंत्री जी ने यह कहा था -
"आकांक्षी जिला बनने के पहले और बाद में पलामू जिले में आसमान जमीन का अंतर आया है । सौ में से 14 लोगों के पास पक्के घर थे । आज हर परिवार के पास पक्का घर है । उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि जब आप गांव में जायें और किन्हीं का कच्चा घर दिखे तो कागज पत्तर सहित मुझे भेजिए । तीसरे टर्म में मैं जब प्रधानमंत्री बनूंगा तो उन्हें पक्का घर बनाकर दे दूंगा ।"
तो, आपको उनकी बातों पर यकीन करना ही चाहिए । क्योंकि हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने अपने शासनकाल में कभी भी, कहीं भी, ऐसी बात नहीं कही जो हवा में हो और सत्य न हो ।
प्रधानमंत्री जी ने यह भी कहा था -
"पहले 100 में 80 परिवार अंधेरे में रहने को विवश थे । आज पलामू के हर घर और हर स्कूल में बिजली है । पलामू के 100 में से 3 पंचायतों में इंटरनेट था, आज हर घर में इंटरनेट है ।"
आपको हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी की बातों पर यकीन है न ...? यदि आपको हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी की बातों पर यकीन नहीं है तो मैं क्या कर सकता हूं...?