भूमि अधिग्रहण में गड़बड़ी के खिलाफ एनएच 98 के विस्थापितों का धरना 10वें दिन भी जारी

भूमि अधिग्रहण में गड़बड़ी के खिलाफ एनएच 98 के विस्थापितों का धरना 10वें दिन भी जारी

-- कविलास मंडल


हरिहरगंज (पलामू) । एनएच 98 फोरलेन प्रोजेक्ट के विस्थापित रैयतों का धरना प्रदर्शन गुरूवार को दसवें दिन भी जारी रहा। बता दें कि बीते 5 दिसम्बर से ठंड के इस मौसम में भी ढाब में सड़क किनारे टेंट लगाकर अपनी मांगों के समर्थन में कई गांवों के विस्थापित रैयत लगातार धरना पर बैठे हैं। लेकिन अभी तक न तो कोई सम्बंधित पदाधिकारी और न ही वर्तमान विधायक-सांसद या उनके कोई प्रतिनिधि इनकी सुध लेने धरना स्थल पर पहुंचे हैं। आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर हरिहरगंज सीओ , छतरपुर एसडीओ से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक को ज्ञापन भेजा है।

धरनार्थियों की मांग है कि जमीन और भवन का उचित मुआवजा के लिए पुनर्मूल्यांकन कर प्रति स्क्वायर फीट ₹2000 के हिसाब से राशि बढ़ाकर भुगतान किया जाए । साथ ही ऑनलाइन खतियान 3डी में छूटे हुए रैयतों का नाम को जोड़कर वास्तविक रैयतों को मुआवजा देने, ढाब, सेमरबार और कौवाखोह में अंडरपास का निर्माण कराने, मुआवजा लेने वाले रैयतों से 5 से लेकर 10 परसेंट तक अवैघ वसूली बन्द करने सहित कई मांगे शामिल हैं । आंदोलनकारियों ने बताया कि इसके पहले विस्थापितों को ₹600 प्रति स्क्वायर फीट मूल्य से मुआवजा निर्धारित किया गया है जिससे रैयतों में आक्रोश है।

रैयतों ने कहा कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएगीं तब तक आंदोलन जारी रहेगा। धरना कार्यक्रम में सेमरबार पंचायत के मुखिया जितेंद्र पासवान, राजद नेता कमलेश कुमार यादव, समाजसेवी अनिल पासवान सहित कई अन्य गणमान्य लोगों ने भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर आंदोलन को समर्थन दिया है। जबकि धरना के छठे दिन बीते शनिवार को पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता धरना स्थल जाकर प्रदर्शनकारियों की मांगों को जायज बताते हुए इन्हें न्याय दिलाने तक साथ देने का भरोसा दिया है ।

इस दौरान शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा एनएच 98 फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर हरिहरगंज सीओ बासुदेव राय की मौजूदगी में बीते मंगलवार को ढाब कला में जेसीबी से अतिक्रमण हटाने के दौरान घर का मलबा गिरने से गम्भीर रूप से घायल 60 वर्षीय बुजुर्ग श्रवण विश्वकर्मा मेदिनीनगर में इलाजरत हैं। बता दें कि घायल गृहस्वामी ने घर से सामान हटाने के लिए सिर्फ एक दो दिन की मोहलत मांगी थी। किंतु समय न देकर जेसीबी से घर तोड़ने के दौरान उक्त घटना घट गई। इस  घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने अधिकारियों के अड़ियल रवैये के खिलाफ कई घंटों एनएच 98 को जाम कर सीओ और कंस्ट्रक्शन कर्मियों पर मुकदमा दायर करने की मांग की थी । लेकिन अब तक इस घटना का प्रशासन ने संज्ञान तक नहीं लिया है ।