सेल्स मैनेजर अंजनी कुमार का हत्यारोपी कुख्यात गैंगस्टर छोटू रंगसाज को पलामू पुलिस ने धर दबोचा

सेल्स मैनेजर अंजनी कुमार का हत्यारोपी कुख्यात गैंगस्टर छोटू रंगसाज को पलामू पुलिस ने धर दबोचा

-- अरूण कुमार सिंह
लगभग 6 दर्जन आपराधिक कांडों का आरोपी गढ़वा का गैंगस्टर छोटू रंगसाज फिर गिरफ्तार हुआ है । इस बार पलामू पुलिस के दो जांबाज अधिकारियों - मेदिनीनगर सदर थाना प्रभारी गौतम कुमार और शहर थाना में पदस्थापित एसआई जितेन्द्र कुमार ने शनिवार को उसे गढ़वा कचहरी के पास से धर दबोचा । इस बार छोटू रंगसाज की गिरफ्तारी सेल्स मैनेजर अंजनी कुमार हत्याकांड (मेदिनीनगर शहर थाना कांड संख्या-199/2022 दिनांक 18.6.2022, धारा-302/120(B)/34 भा०द०वि० एवं 27 आर्म्स एक्ट) में हुई है ।

18 मार्च 2022 को ऐसे हुई थी अंजनी कुमार सिन्हा की हत्या

उस दिन शनिवार था और दिन के अपराह्न 03.15 बजे रेड़मा सब्जी बाजार में काफिला मोटर पार्टस कम्पनी, रांची के सेल्स मैनेजर अंजनी कुमार सिन्हा को मोटर साईकिल पर सवार तीन अपराध कर्मियों ने हत्या कर दी गयी थी। श्री सिन्हा घटना के दिन काफिला कम्पनी रांची के काम से डाल्टनगंज आये हुए थे ।

पुलिस अधीक्षक पलामू के नेतृत्व में इस जघन्य हत्याकांड के उद्भेदन के लिये टीम गठित किया गया । कांड के उद्भेदन के दौरान यह बात सामने आयी कि डाल्टनगंज स्थित स्टार मोटर पार्टस दुकान के मालिक अमजद हुसैन उर्फ गुड्डू रांची की काफिला कम्पनी का होल सेलर था। व्यवसायिक मतभेद के कारण स्टार मोटर का व्यवसाय मंदा हो गया । इससे नाराज होकर स्टार मोटर पार्टस का मालिक अमजद हुसैन उर्फ गुडू करीब एक साल पहले मृतक से माल लेना बन्द कर दिया तथा उसका 01 लाख 55 हजार रूपया रोक लिया था। मृतक कई बार तकादा किये, किन्तु गुड्डु पैसा नहीं दिया। व्यवसाय ठप हो जाने से अमजद गुड्डू परेशान था। इसलिये वह काफिला मोटर पार्टस कम्पनी के मैनेजर अंजनी सिन्हा की हत्या कराने की योजना बनाया । गढ़वा के अपराधी छोटू रंगसाज जिससे गुड्डू का पुराना रिश्ता एवं जान पहचान था, के सहयोग से 02 लाख रूपया में हत्या के लिये सुपारी दिया। छोटू रंगसाज के द्वारा भेजे गये शूटर के पहचान के सहयोग के लिये गुड्डू अपना पूर्व परिचित दोस्त जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी उर्फ लंगड़ा उर्फ जेके को अपने साथ रखा जिसके पहचान पर अंजनी सिन्हा जब स्टार मोटर पहुंचे तो गुड्डू ने जेके को बुला लिया तथा अंजनी सिन्हा को पहचान करा दिया और उसका पीछा करने को बोला । अंजनी सिन्हा घटना स्थल के पास के दुकानदार से एक सफेद स्कूटी लेकर आये थे। जिसके कारण उसको पहचान करना आसान था । स्टार मोटर से निकलने पर जेके मोटर साईकिल से उसका पीछा किया । रेडमा सब्जी बाजार पहुंचने पर वहां पैसा लेने वाला शूटर जेके से मिला । वह अंजनी सिन्हा की पहचान शूटर को करा दिया । उसके कुछ देर बाद शूटर ने अंजनी सिन्हा को गोली मार दी और रांची रोड की तरफ भाग गया । इस घटना में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अमजद हुसैन उर्फ गुड्डू तथा जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । घटना में शामिल शूटर की पहचान सोहेल के रूप में हुई थी । पुलिस गिरफ्त में आये छोटू रंगसाज ने इस घटना में शूटर सोहेल के अतिरिक्त मिन्टू रंगसाज तथा साबिर अंसारी के भी शामिल रहने की बात पुलिस को बताया है ।

कौन है छोटू रंगसाज

शैलेश केसरी हत्याकांड, गढ़वा का डबल हत्याकांड, पलामू के कारू सिंह हत्याकांड, गढ़वा बस स्टैंड गोलीकांड सहित दर्जनों चर्चित हत्याओं से जुड़ा है छोटू रंगसाज का नाम । बताया जाता है कि इस गैंगस्टर के गिरोह में गढ़वा, पलामू जिले के अलावा बिहार और यूपी के भी कुछ सुपारी किलर शामिल हैं ।

छोटू रंगसाज गढ़वा जिले में वर्ष 2000 से ही आपराधिक गतिविधि में संलिप्त रहा है। वर्ष 2009 में एक बार जेल भी जा चुका है। 2010 में जेल से निकलने के बाद से लगातार सिर दर्द बना हुआ था। पिछले सात वर्षों से कई मामलों में फरार चल रहा था। छोटू रंगसाज पर गढ़वा जिले के अलावा पलामू, रांची पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बलरामपुर रायपुर में भी मामले दर्ज है ।

छोटू रंगसाज पर एकरार खां, इलाही खां, जटू खां सहित सात लोगों की हत्या के मामले सहित लूट और डकैती के दो दर्जन से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं । कई मामलों में वह बरी भी हो चुका है । गढ़वा कचहरी के पास शनिवार को पलामू के दो जांबाज पुलिस अधिकारियों ने जब उसे धर दबोचा, तब भी वह एक मामले में कोर्ट से बरी होकर निकला था ।

कुख्यात अपराधी छोटू रंगसाज ने 1994 में एमसीसी नक्सलियों से लोहा लेने के लिए ओम अली सेना का गठन किया था। कुछ वर्ष बाद ही ओम अली सेना टूट गई। इसके बाद वह अपराध की दुनिया में आ गया। बीच-बीच में हत्या, लूट डकैती जैसे अपराध को अंजाम देने लगा । गढ़वा और पलामू के अलावा उसका एक ठिकाना रांची भी है ।