कन्हैया और जिग्नेश ने कांग्रेस का हाथ थामकर कहा : कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा

कन्हैया और जिग्नेश ने कांग्रेस का हाथ थामकर कहा : कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा


-- संवाददाता
-- 28 सितंबर 2021

नई दिल्ली। आखिरकार कन्हैया कुमार व जिग्नेश मेवानी मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। दोनों युवा नेताओं ने कांग्रेस महासचिव केके वेणुगोपाल व रणदीप सुरजेवाला की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली।

'हाथ’ थामने से पहले शहीदे आजम पार्क में मिलन

इससे पहले भाकपा नेता कन्हैया कुमार व गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी शहीदे आजम भगत सिंह को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। उसी वक्त राहुल कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी दिल्ली के आईटीओ स्थित पार्क पहुंचे। यहां उनकी कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात हुई। राहुल यहां शहीद भगत सिंह को उनकी जयंती के मौके पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।

कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा :  कन्हैया

कन्हैया कुमार ने कहा, ‘मैं इसलिए कांग्रेस में शामिल हुआ हूं, क्योंकि इस देश के कुछ लोग ऐसे हैं या वो सोच है, जो देश को बर्बाद कर देगी। देश के करोड़ों लोगों को लगने लगा है कि यदि कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। आज देश 1945 से पहले की स्थिति में चला गया है।

कांग्रेस वो पार्टी है जो गांधी, नेहरू, भगतसिंह, मौलाना आजाद के विचारों को आगे लेकर चलती है। यह देश की सबसे पुरानी पार्टी है। सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को नहीं बचाया गया तो छोटी छोटी कश्तियां भी नहीं बचेगी।  हमने कांग्रेस का चुनाव किया है, क्योंकि ये देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है। आज सभी नौजवानों को लगता है कि कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। कुछ लोग देश का भविष्य खराब करना चाहते हैं। विपक्ष कमजोर होता है तो सत्ता तानाशाह हो जाती है।

कन्हैया कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक बड़े जहाज की तरह है। अगर इसे बचाया जाता है, तो मेरा मानना है कि कई लोगों की आकांक्षाएं, महात्मा गांधी की एकता, भगत सिंह की हिम्मत और बीआर अंबेडकर के समानता के विचार की भी रक्षा की जाएगी। इसलिए शामिल हुआ हूं। उन्होंंने कहा क्योंकि मुझे ये महसूस होता है कि देश में कुछ लोग सिर्फ लोग नहीं हैं, वो एक सोच हैं। वो देश की सत्ता पर न सिर्फ काबिज़ हुए हैं, देश की चिंतन परंपरा, संस्कृति, मूल्य, इतिहास, वर्तमान, भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

कन्हैया कुमार ने कहा कि नौजवानों को लगने लगा है कि कांग्रेस नहीं बचेगी तो देश भी नहीं बचेगा और ऐसे में वह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में वैचारिक संघर्ष को कांग्रेस ही नेतृत्व ही दे सकती है। मूल रूप से बिहार से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया जेएनयू में कथित तौर पर देशविरोधी नारेबाजी के मामले में गिरफ्तारी के बाद सुर्खियों में आए थे।

क्या बोले जिग्नेश मेवानी?

वहीं, गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि लोकतंत्र और भारत के विचार को बचाने के लिए, मुझे उस पार्टी के साथ रहना होगा जिसने स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और अंग्रेजों को देश से बाहर निकाला। इसलिए मैं आज यहां कांग्रेस के साथ हूं।

कन्हैया के साथ इन लोगों ने भी कांग्रेस किया ज्वाइन

कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवानी, पीयूष रंजन झा, सुशील कुमार, रंजीत पंडित अंशुल त्रिवेदी (डीएसएफए जेएनयू, एमएम) ।