प्राकृतिक कलश यात्रा में पर्यावरणविद् ने कन्याओं को नवरत्न पौधा व पानी देकर उनकी पांव की पूजा की

प्राकृतिक कलश यात्रा में पर्यावरणविद् ने कन्याओं को नवरत्न पौधा व पानी देकर उनकी पांव की पूजा की

पलामू जिले के उंटारी रोड प्रखंड के बिरजा राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रांगण में नेहरू युवा केंद्र पलामू के तत्वावधान में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरणविद् कौशल किशोर जायसवाल ने फीता जोड़कर किया। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्यक्रम का फीता जोड़कर उद्घाटन करने का उद्देश्य यह है कि जिस देश में हम लोगों ने जन्म लिया है, उस देश की सभ्यता संस्कृति के अनुरूप धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ करने से पहले पति-पत्नी का गांठ जोड़ने का विधान है। उसी परंपरा को जीवंत रखने के लिए वे कार्यक्रम का उद्घाटन फीता जोड़कर करते हैं ।

उन्होंने कहा कि उक्त कार्यक्रम के आयोजन के पीछे देश में सामाजिक प्रदूषण को  रोकने के साथ लोगों में देशभक्ति का जज्बा पैदाकर मिट्टी से जुड़कर देश में हरियाली लाने का उद्देश्य है। पर्यावरणविद् ने विद्यालय परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार के उद्घोष के साथ नवरत्न पौधों का स्थापना कर कन्याओं को प्रकृति कलश के रूप में पौधा व पानी उपलब्ध कराकर उनके पांव की पूजा की । उन्होनें कहा कि नवरात्र में फलहार भोजन करने का विधान है । इसलिए वे लोगों के बीच नवरत्न फलदार व पूजनीय पौधों का निःशुल्क वितरण कर उसे लगाने और बचाने का संदेश देते हैं।

कौशल ने कहा कि जिस प्रकार प्रतिवर्ष लोग नवरात्र में घर परिवार की खुशहाली व आत्मा की शांति के लिए घर में कन्याओं को भोजन पानी कराते हैं, उसी प्रकार धरती और ब्रह्मांड की आत्मा की शांति और प्रदूषण से मुक्ति के लिए पूरे नवरात्र के समय कन्याओं को पौधा पानी भी देना चाहिए । तभी नवरात्र में कलश पूजा और दुर्गा पूजा की सार्थकता बनी रहेगी तथा समाज में अमन चैन और शांति कायम रहेगी।

उन्होंने स्कूली बच्चों को पर्यावरण, प्रकृति और प्रदूषण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने बच्चों को दी गयी जानकारियों को अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करने का संदेश दिया। कार्यक्रम में वृक्षों पर भी रक्षाबंधन भी किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजनकर्ता  कमलेश चौधरी, सुनील कुमार चौधरी, शिक्षक संजय कुमार चौधरी, भरदुल पासवान, दिनेश चौधरी, अमित चौधरी, अरुण चौधरी, उमेश,मुकेश, लक्ष्मण, रामचंद्र, विमल चौधरी, शकीरा देवी, रमोला कुंवर, धनवंती देवी, अमृता कुमारी, नेहा कुमारी, फूल कुमारी, अनीता, संगीता, यशोदा, अंजू देवी, बसंती देवी, अजीत चौधरी आदि शामिल थे।