नौडीहा बाजार प्रखंड में ग्रामीण विकास विभाग की संयुक्त सचिव द्वारा की गयी योजनाओं की जांच से असंतुष्ट दिखे ग्रामीण

नौडीहा बाजार प्रखंड में ग्रामीण विकास विभाग की संयुक्त सचिव द्वारा की गयी योजनाओं की जांच से असंतुष्ट दिखे ग्रामीण

पलामू जिले के नौडीहा बाजार प्रखंड मुख्यालय से करीब 5 किमी दूरी पर अवस्थित विशुनपुर पंचायत मे संयुक्त सचिव शैली प्रभा कुजूर ने द्वारा मनरेगा योजना से संचालित कुआं,‌आवास, टीसीबी, पंचायत भवन, डोभा सहित अन्य योजनाओं की जांच की जिन्हें मोटे तौर पर उन्होंने संतोषजनक बताया । संयुक्त सचिव की इस कथित जांच से आसपास और प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण काफी असंतुष्ट दिखे । ग्रामीणों ने कहा कि वर्तमान सरकार के अधिकारी जांच के नाम पर इलाके में जाकर सिर्फ लीपापोती करके, सरकारी हलकों में पूर्व से व्याप्त भ्रष्टाचार को और भी बढ़ावा देने में लगे हुए हैं ।

ग्रामीणों का कहना था कि विशुनपुर पंचायत के पंचायत भवन का लगभग4 लाख रूपयों के विकास मद की राशि से सुंदरीकरण किया गया है । लेकिन सिर्फ दिखावा के लिए आगे का भवन सुंदर बना हुआ है और पीछे का भवन आज भी जर्ज़र दिख रहा है। इसे यह प्रतीत होता है कि जनप्रतिनिधि और संवेदक की मिलीभगत से पूरी राशि डकार ली गई।

ग्रामीणों ने बताया कि इसी पंचायत मे एक ऐसे कूप निर्माण हुआ है जो हाथी का दांत साबित हो रहा है । यह कूप नदी किनारे सिर्फ दीवार जोड़कर और भरावट कर लाभुक दीप चंद्र चौधरी, रोजगार सेवक पंकज कुमार, पंचायत सेवक और मुखिया व कनीय अभियंता की मिलीभगत से बनाया गया है जिसमें लीपापोती कर लगभग साढ़े चार लाख की पूरी राशि निकाल ली गई है ।‌ विशुनपुर पंचायत में पीेएम आवास का लक्ष्य लगभग 800 था । जिसमें आवास लाभुक भी हैं ।

संयुक्त सचिव ने आवास की भी तारीफ की थी ।‌ जबकि पीएम आवास का आबंटन संबद्ध गाइडलाइन की अनदेखी करके हुआ है । प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायत में मनरेगा योजना, आवास सहित अन्य योजनाओं की पारदर्शी और ईमानदार जांच करने के बाद बड़े पैमाने पर खुलासे हो सकते हैं । जबकि संयुक्त सचिव प्रभा कुजूर ने प्रेसवार्ता कर पत्रकारों को बताया था कि पलामू के और प्रखंडो की तुलना में वे नौडीहा बाजार प्रखंड के कार्यों से काफी संतुष्ट हैं ।