चार जवान बच्चों की मां को बुढ़ापे में नसीब नहीं हो रहा है घर का छत : फरियाद लेकर लेस्लीगंज थाना पहुंची वृद्ध महिला

चार जवान बच्चों की मां को बुढ़ापे में नसीब नहीं हो रहा है घर का छत : फरियाद लेकर लेस्लीगंज थाना पहुंची वृद्ध महिला


-- जलेश कुमार
-- 14 नवंबर 2021

नीलांबर पीतांबरपुर (पलामू) । कहते हैं बुढ़ापा में बच्चे मां-बाप का सहारा होते हैं। परंतु कुछ ऐसे भी लोग हैं जो बुढ़ापा आने पर अपने मां-बाप को घर का छत भी नसीब नहीं होने देते। ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है नीलांबर पीतांबरपुर प्रखंड के सीताडीह कुशवाहा टोला का। जहां एक वृद्ध महिला कुसंभरी देवी को उनके बच्चों एवं पति का सहारा नहीं मिल रहा है।

महिला ने बताया कि उसके पति कैलाश महतो 10 साल से उसके साथ नहीं रह रहे हैं। वह पिछले 3 साल से दरबदर की ठोकरे खा रही है। गांव में ही महीना 15 दिन किसी दूसरे के घर रहती है। छोटा-मोटा काम करती है और किसी तरह से गुजारा करती है। परंतु अब गांव वाले भी उसे रखने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि घर में रहने की फरियाद लेकर वृद्ध महिला कुसंभरी देवी रविवार को लेस्लीगंज थाना पहुंची। जहां उन्होंने बताया कि उनके चार पुत्र महेंद्र महतो, जितेंद्र महतो, उपेंद्र महतो, तथा दिनेश महतो है। पति के नाम से कॉलनी आया था। जिसे बड़ा लड़का महेंद्र महतो ने कच्चे के मकान को तोड़कर बना लिया। जिसमें रहने नहीं देता है। छोटा बेटा के साथ वह रहती थी। परंतु छोटा बेटा भी तीन साल से पूर्णाडीह गांव में अपने एक रिश्तेदार के साथ रहने लगा। तब से उसे अपना घर का छत नसीब नहीं है। वह दूसरों के घरों में दर बदर की ठोकरें खाते चल रही है।

मामले पर एएसआई रामनाथ मंडल ने संज्ञान लेते हुए वृद्ध महिला के बेटों को थाने में उपस्थित होने के लिए चौकीदार को कहा है। उन्हें कहा कि इनके लड़कों को बुलाकर इन्हें इनका हक दिलाया जाएगा।