पलामू : पीपरा प्रखंड के बभंडी अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का एक एएनएम के भरोसे हो रहा संचालन

पलामू : पीपरा प्रखंड के बभंडी अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का एक एएनएम के भरोसे हो रहा संचालन


-- कविलास मंडल
-- 18 अक्टूबर 2021

हरिहरगंज (पलामू) । स्वास्थ्य विभाग सुविधाओं की चाहे जितनी भी दावे कर ले वो महज कोरे ही साबित हो रहे हैं । क्योंकि जमीनी हकीकत दावों से परे है।  हम बात कर रहे हैं पीपरा प्रखंड अंतर्गत बभंडी गांव के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की जो  स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाली की कहानी बयां कर रही है । सुविधा विहीन पीपरा प्रखंड के बभंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन एक एएनएम शोभा रानी के रहमोकरम पर चल रहा है। जिस वजह से बभंडी, सोनबे, अंधारीबाग, कलिपुर आदि आसपास के कई गांवों की बड़ी आबादी को वर्षों से स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ता है।

किसी ग्रामीण की अगर तबीयत बिगड़ जाए तो उन्हें केंद्र से करीब 12 और तेंदुई से 21 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तय कर हरिहरगंज सीएचसी में आना विवशता बन गई है। ऐसे में बभंडी का स्वास्थ्य केंद्र संसाधन की कमी और चिकित्सकों की कर्तव्यहीनता की वजह से स्वास्थ्य केंद्र अपना अस्तित्व खोने के कगार पर पहुंच गया है। इस सम्बन्ध में ग्रामीण अशोक कुमार सक्सेना, प्रमोद गुप्ता, नथुनी प्रजापति, अवध ठाकुर, अवधेश प्रसाद गुप्ता, चरित्र गुप्ता सहित कई लोगों ने बताया कि यह समस्या वर्षों पुरानी है। स्वास्थ्य केंद्र तो है किंतु सिर्फ एक एएनएम शोभारानी को छोड़कर यहां प्रतिनियुक्त अन्य कोई भी चिकित्सक और एएनएम कभी भी ड्यूटी करने नहीं आते।

ग्रामीणों ने बताया कि यहां डॉ अरविन्द कुमार के अलावा आयुष चिकित्सक डॉ सत्यम कुमार के साथ ही एक और एएनएम भारती कुमारी की प्रतिनियुक्ति की गई है।परंतु उक्त दोनों चिकित्सक और एएनएम भारती कुमारी कभी भी ड्यूटी करने नहीं जाते। वे हरिहरगंज रहकर ही कार्यों का मेंटेन करते हैं। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को भी है  किंतु इस पर कभी भी संज्ञान नहीं लिया गया।‌ जिस कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है अगर शीघ्र ही प्रतिनियुक्त चिकित्सकों और एनएम केंद्र में ड्यूटी पर नहीं आते तो विवश होकर ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे। उधर हरिहरगंज एसीएससी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार सिंह ने पूछे जाने पर बताया के ग्रामीणों की हो रही स्वास्थ्य संबंधी असुविधा का समाधान के लिए  विभागीय स्तर पर शीघ्र ही प्रयास किया जाएगा।