बच्ची को जन्म देकर मां स्वर्ग सिधार गयी तो पहले से ही 7 पुत्रियों के पिता ने नवजात को दूसरे के हवाले कर दिया

बच्ची को जन्म देकर मां स्वर्ग सिधार गयी तो पहले से ही 7 पुत्रियों के पिता ने नवजात को दूसरे के हवाले कर दिया


-- संवाददाता
-- 19 अक्तूबर 2021

वक्त भी न, आदमी को कभी कभी बहुत बेरहमी से अपनी ही जिंदगी पर पांव रखकर नाचने को विवश कर देता है ‌। अभी कुछ ही दिन बीते हैं । पूरे देश ने शक्ति के सम्मान में नौ दिन का व्रत रखने के उपरांत नौ कन्याओं को सम्मान पूर्वक भोजन कराया होगा ! इस घटना को आप अपने अपने नजरिये से पढ़िये और समझिये और खुद से सवाल करिये कि यह समाज सचमुच बेटियों को बोझ समझता है अथवा नहीं ! इस घटना का दूसरा पक्ष भी है । वह यह कि नि:संतान दंपति के घर यह बेटी अधिक सुखी रहेगी और लाचार पिता और उसके परिवार वालों ने सही निर्णय लिया । लेकिन जब सातों बहनों को उनकी आठवीं बहन की याद आएगी तो...? वहरहाल, हम आपको पूरी खबर से अवगत करवा देते हैं-

गढ़वा जिले के खरौंधी मंगलवार को राजी के एक दंपति ने सिसरी पंचायत के केवाल से 4 दिन की असहाय लड़की को गोद लिया। लड़की के गोद लेने के दौरान राजी निवासी पंचम मेहता ने बताया इस लड़की के बारे में मुझे अपने रिश्तेदारों ने बताया था। जैसे ही मुझे इस लड़की के बारे में जानकारी मिली, अपने घर के सदस्यों के साथ लड़की को गोद लेने केवाल गांव आ गया। लड़की को हम लोग पुत्री की तरह से पालन पोषण तथा पढ़ाई लिखाई कराएंगे।

वहीं लड़की के पिता नर्वदेश्वर मेहता तथा बड़े पापा प्रेमचंद मेहता ने बताया कि इस लड़की के अलावे पहले से ही उनकी 7 पुत्रियां हैं। इसके जन्म के पश्चात इसकी मां की मौत हो चुकी है । इसका जन्म गुरुवार के दोपहर में अरंगी उप स्वास्थ्य केंद्र पर हुआ था । नर्वदेश्वर ने कहा कि - "मेरी पत्नी मृतिका नीलम देवी को गुरुवार की दोपहर में प्रसव पीड़ा शुरू हुआ। प्रसव पीड़ा शुरू होते ही उसे अरंगी उप स्वास्थ्य केंद्र में ले गये। जहां मृतिका नीलम देवी ने एक स्वस्थ बच्चे की जन्मदिन दिया । कुछ देर बाद पुनः दूसरा प्रसव पीड़ा होने लगा। प्रसव पीड़ा के साथ-साथ मृतिका नीलम देवी का भी स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। जिसे केंद्र के एएनएम सविता कुमारी ने भवनाथपुर या गढ़वा ले जाने री सलाह दी । तब हम लोग मृतिका नीलम देवी को गढ़वा प्राइवेट गढ़देवी हॉस्पिटल में भर्ती कराये। कुछ समय बाद गढ़देवी हॉस्पिटल के डॉक्टर ने नीलम को डाल्टनगंज ले जाने की सलाह दी । हम लोग मृतिका नीलम देवी को डाल्टनगंज ले जा ही रहे थे कि डाल्टनगंज से पहले ही गुरुवार की रात्रि लगभग 2 बजे उसकी मृत्यु हो गई।"

"हम लोग उसे पुनः वापस घर ले आये। उसका दाह संस्कार गांव में ही डोमनी नदी पर किये। जन्म के पश्चात पत्नी की मृत्यु हो जाने से इस लड़की का पालन पोषण करने में कठिनाई होने लगी । राजी के पंचम मेहता लड़की के पालन पोषण करने के उद्देश्य से मेरे घर आये हैं। जिन्हें मैं अपनी स्वस्थ लड़की को दे रहा हूं ।" इस दौरान लड़की के बड़े पापा प्रेमचंद मेहता, लड़की के बाबा बच्चन मेहता, अमरेश चंद्र मेहता, रामचंद्र मेहता, नरेंद्र कुशवाहा, मनोज मेहता, विकेश मेहता, सुभाष मेहता आदि उपस्थित थे।