कल जिस महुदंड रोड में नक्सलियों ने 8 वाहन फूंके थे वहां आज पहुंची पलामू एसपी और छतरपुर के पूर्व विधायक

कल जिस महुदंड रोड में नक्सलियों ने 8 वाहन फूंके थे वहां आज पहुंची पलामू एसपी और छतरपुर के पूर्व विधायक

पलामू जिले के हुसैनाबाद और छतरपुर थाना के सीमावर्ती इलाके में महुदंड व कालापहाड़ के बीच पोड़दाहा के हरदिया घाटी में बुधवार को सड़क निर्माण में लगे कई वाहनों में हथियारबंद माओवादी नक्सलियों आग लगा दी थी । नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे जेसीबी, हाइवा, ट्रैक्टर, रोडरोलर समेत अन्य वाहन को जला दिया था । निर्माण कार्य करा रहे मुंशी और कुछ अन्य लोगों की पिटाई भी की थी । घटना को प्रतिबंतिधत नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सुनील, विवेक और नितेश के दस्ता द्वारा अंजाम देने की बात कही गयी थी । गुरूवार को घटना स्थल पर पलामू एसपी रिष्मा रमेशन पहुंची ।

पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ सघन सर्च अभियान शुरू किया है । एसपी एंटी नक्सल अभियान का खुद नेतृत्व कर रही हैं । पलामू के छतरपुर, हुसैनाबाद, पांडू, हैदरनगर, मोहम्मदगंज, पिपरा, नावाबाजार के सीमावर्ती इलाके को सील कर दिया गया है ।

एसपी के बाद छतरपुर के पूर्व विधायक राधाकृष्ण किशोर भी कालापहाड़ गांव पहुंचे और उन्होंने भी ग्रामीणों को हिम्मत दिया । कहा कि पुलिस की देखरेख में सड़क का निर्माण कराया जाएगा । मालूम हो कि छतरपुर के कालापहाड़ से हुसैनाबाद के महुदंड तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करीब 13.6 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है । इसी निर्माण कार्य मे लगे चार हाइवा, एक ट्रैक्टर, एक लोडर, एक बाइक, एक क्रेडर को माओवादियों ने फूंक दिया है । रोड का निर्माण कार्य स्वास्तिक इंटरप्राइजेज नामक कंपनी कर रही है ।

बताया गया कि बुधवार को घटनास्थल पर 10 से 15 की संख्या में माओवादी पहुंचे । मौके पर तैनात मुंशी अमरेश और बबलू को माओवादियो ने पहले पीटा । वहां मौजूद सभी लोगों का मोबाइल छीन लिया और उसके बाद आगजनी की घटना को अंजाम दिया । सड़क निर्माण कंपनी के मुंशी ने पुलिस को बताया है कि 10 से 15 की संख्या में माओवादी पहुंचे थे । सभी सादे लिबास में थे । मात्र एक व्यक्ति के पास एक-47 नजर आ रहा था । बाकी अन्य लोगों के पास भी हथियार था ।

इस रोड का निर्माण कार्य पिछले कई महीनों से चल रहा है । 13 में से 6 किलोमीटर का निर्माण कार्य कार्य लगभग पूरा हो चुका है । प्रतिदिन कार्य करके शाम में सभी वाहन नजदीक के लठेया पिकेट में खड़ा किये जाते थे । बुधवार की शाम में लोग साइड से जाते, उसके पूर्व ही करीब चार बजे माओवादियों का दस्ता वहां पहुंच गया और घटना को अंजाम दे दिया ।