श्राद्ध में पौधरोपण से पितरों के साथ देवता भी होते हैं प्रसन्न : पर्यावरणविद् कौशल

श्राद्ध में पौधरोपण से पितरों के साथ देवता भी होते हैं प्रसन्न : पर्यावरणविद् कौशल


-- समाचार डेस्क

पलामू जिले के छतरपुर अनुमंडल के ग्राम पंचायत डाली बाजार के फगुनी टोला में स्वर्गीय झगर यादव के श्राद्ध कर्म में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद् कौशल किशोर जायसवाल ने श्राद्ध कर्म में शामिल होकर मृतक के नाम पर पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ पौधरोपण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। श्राद्धकर्म में शामिल  लोगों को उन्होंने पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ भी दिलाई। 

पर्यावरणविद् कौशल ने कहा कि लोगों को माता-पिता की सेवा से यदि मुक्ति मिल जाती हैं तो दुनियां के हरेक पुत्रों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों के तहत उनके नाम पर पौधा लगाकर उसकी सेवा करना चाहिए। क्योंकि उससे मृतक की आत्मा को शांति मिलती है।

वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि हमारी हिन्दू संस्कृति में पौधों को  देव तुल्य मानकर उसे पूजा करने का विधान है। क्योंकि एक वृक्ष से समस्त धरती और ब्रह्मांड पर रहने वाले जीवो को 10 तरह का लाभ मिलता है। जिसका उपभोग लोग सदियों से करते आ रहे हैं । जिसका प्रमाण हमारे धर्म ग्रंथों में उल्लेखित है।

पर्यावरणविद् कौशल ने कहा कि मृतक के पिता स्व फागुनी महतो ने 40 वर्ष पूर्व मृत्यु से छह घंटा पहले उन्हें बुलाकर मृतक झगर और उनके छोटे भाई श्री महेंजर यादव को हाथ मुझे थमाया था। तबसे उस परिवार के प्रति हमारी और जिम्मेवारी बढ़ गयी है। उस परिवार के हरेक कार्यक्रम में शामिल होकर मैं अपने दायित्वों का निर्वहन करते आ रहा हूं। जो एक मिसाल के तौर पर देखा जाता है।  

मौके पर स्व झगर यादव के पत्नी हलकनिया देवी, भाई महेंजर यादव, सूरुज देव यादव, लालू यादव, बलदेव यादव, महेश यादव, मनोज यादव, पुत्र सूर्यमुखी यादव, नरेश यादव, सुरेश यादव, ईश्वर यादव, मंटू यादव, सत्येंद्र प्रसाद जायसवाल, सूचित कुमार, बसंत यादव, धनंजय, पूर्व मुखिया गुरुदेव यादव, मनोज विश्वकर्मा, विनोद यादव, कोमल , अरविंद , मालदेव, मुन्ना , लाल बिहारी , रुपेश आदि शामिल थे।