छतरपुर : फूटपाथी दुकानों में आग लगने से 4 दुकान स्वाहा और हजारों की संपत्ति नष्ट

छतरपुर : फूटपाथी दुकानों में आग लगने से 4 दुकान स्वाहा और हजारों की संपत्ति नष्ट


-- अरूण कुमार सिंह

पलामू जिले के छतरपुर मध्य विद्यालय के पास एनएच 98 किनारे सड़क के फुटपाथ का अतिक्रमण कर बसे दुकानों में से एक- सत्यम मुर्गा फार्म नामक दुकान में गैस सिलेंडर लीक होने से आग लग गयी । बोरा, कूट, लकड़ी, बांस आदि से बनाये गये दुकान में आग तेजी से फैली और देखते ही देखते आग ने कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया । इस घटना में रामगढ़ के रविन्द्र का मोबाइल दुकान, विनोद पासवान का सत्यम मुर्गा फार्म, खाटीन के संजय प्रसाद का प्लास्टिक दुकान, निरंजन का और एक सिंगार दुकान जल गया है । जल चुके दुकानों में रखे गये सामान भी जले हैं और हजारों की क्षति हुई है । फुटपाथी दुकानदारों के लिए यह बेहद दुख की घड़ी है । मौके पर पहुंचकर कार्यपालक दंडाधिकारी कामेश्वर बेदिया, छतरपुर बीडीओ आदि ने घटना का जायजा लिया । छतरपुर पुलिस प्रारंभ से आखिरी तक मोर्चा संभाले रही ।

शिवालया ने समय पर पानी टैंकर नहीं भेजा होता तो दर्जनों दुकानें खाक हो जातीं

अगलगी की सूचना किसी ने नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी कामेश्वर बेदिया और छतरपुर पुलिस को फोन पर दी । वहीं से एनएच 98 के फोरलेन प्रोजेक्ट का काम कर रहे शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी के लाइजनिंग ऑफिसर संजय जी से पानी का टैंकर मांगा गया और उन्होंने बिना देर किये पानी का दो टैंकर घटना स्थल पर भेज दिया जिसके कारण आग पर काबू पाया जा सका । जब आग पर काबू पा लिया गया था तब जाकर नगर पंचायत का टैंकर मौके पर पहुंचा । बताते चलें कि छतरपुर में आज तक कोई अग्निशमन वाहन नहीं है ।

नगर पंचायत बनने के बाद भी नहीं बसाया जा सका फुटपाथी दुकानदारों को

छतरपुर नगर पंचायत बने पांच वर्ष बीत चुके हैं । इसके बावजूद भी नगर पंचायत द्वारा फुटपाथी दुकानदारों को नहीं बसाया जा सका है । बात यह नहीं है कि छतरपुर नगर पंचायत क्षेत्र में जमीन की किल्लत है । आप इस बात से स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं कि नगर पंचायत क्षेत्र में करीब डेढ़ सौ एकड़ जमीन पर लोगों का गैरकानूनी कब्जा है । जगह नहीं मिलने के कारण गरीब दुकानदार सड़क के दोनों किनारों पर दुकान बनाकर जम गये हैं जिससे आवागमन हमेशा बाधित रहता है । लेकिन अपने परिवार को पालने पोसने के लिए गरीब दुकानदार ऐसा करने को मजबूर हैं ।