सरकार के पास सबकुछ तो है फिर भी वह निजी व्यवस्था की  तरह कोई व्यवस्था आखिर क्यों नहीं कर पाती

सरकार के पास सबकुछ तो है फिर भी वह निजी व्यवस्था की  तरह कोई व्यवस्था आखिर क्यों नहीं कर पाती


-- अरूण कुमार सिंह

मुझे नहीं मालूम कि तमाम संसाधन और जनता के टैक्स के अकूत पैसे रहने के बावजूद भी सरकारें और सरकारी महकमा ऐसा क्यों नहीं कर पाता है कि एक दिन का कोई और कहीं पर कार्यक्रम हो और हजारों लोगों का कल्याण हो जाए ! पिछले दिनों जैसा पलामू जिले के उदयगढ़़ में विजय तारा चैरिटेबल ट्रस्ट ने चिकित्सा शिविर लगाकर हजारों लोगों का कल्याण किया, वैसा सबकुछ रहते हुए भी सरकारी महकमा आखिर क्यों नहीं कर पाता ?


पिछले 9 सितंबर को छतरपुर के प्रसिद्ध व्यवसायी रविशंकर सिंह उर्फ बबुआ जी ने अपनी माता स्व तारा देवीजी की तीसरी पुण्यतिथि पर, दूसरी बार भव्य चिकित्सा शिविर और रक्तदान शिविर का आयोजन किया था । इस शिविर में न सिर्फ हजारों लोगों का मुफ्त जांच और इलाज हुआ बल्कि उन्हें मुफ्त दवायें भी दी गयीं । शिविर में मरीजों और आगंतुकों के लिए नाश्ता से लेकर भोजन तक की भी व्यवस्था थी । सभी को घर जाते वक्त एक-एक पौधे भी दिये गये ।


कार्यक्रम में पहुंचे छतरपुर एसडीओ नरेंद्र गुप्ता, एसडीपीओ अजय कुमार, पूर्व सांसद मनोज कुमार आदि सम्मानित अतिथियों ने आयोजित कार्यक्रम की मुक्त कंठ से तारीफ की । कार्यक्रम में राज्य के प्रसिद्ध चिकित्सकों ने जैसे- डॉ अनुपम कुमार सिंह, डॉ रश्मि सिंह, डॉ पूजा सिंह, डॉ प्रसून, डॉ रवि रौशन, डॉ शौकत इरफान, डॉ खुशबू सिंह, डॉ प्रवीण सिद्धार्थ आदि ने मरीजों का इलाज किया । 
आखिरकार, फिर से यह अनुत्तरित सवाल कि सरकार बहादुर,  यह सब तो निजी खर्च पर था, लेकिन आप जनता के पैसे से, जनता के लिए ही, कोई ऐसा कार्यक्रम क्यूं नहीं कर पाते जिसमें हजारों लोगों का कल्याण हो जाए...!