हरिहरगंज सीएचसी में स्त्री रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना नहीं होने से महिला रोगियों की बढ़ी परेशानी, लोगों में आक्रोश
Due to non-posting of gynecologist in Hariharganj CHC, problems of women patients increased, resentment among people
-- कविलास मंडल
-- 27 अगस्त 2021
हरिहरगंज (पलामू) । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरिहरगंज में महिला चिकित्सक (स्त्री रोग विशेषज्ञ) की मांग अब जोर पकड़ने की उम्मीद है। शहर के कई गणमान्य प्रबुद्घ लोगों, समाजसेवियों, अभिभावकों ने इसका संकेत दिया है। इस बाबत पूर्व 20 सूत्री अध्यक्ष दिनेश प्रसाद गुप्ता, विश्वदीप कुमार, जे पी गुप्ता, निरंजन गुप्ता, समाजसेवी सह सह व्यवसाई जानू चौधरी सहित कई शहरवासियों ने बताया कि केंद्र में महिला चिकित्सक की पदस्थापना नहीं रहने के कारण महिला रोगीयों को इलाज कराने में परेशानी होती है। इस वजह से हरिहरगंज और पीपरा क्षेत्र के करीब डेढ़ लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थय सुविधा से वंचित होना पड़ता है।
उनका कहना है कि लोक लज्जा के कारण महिला रोगी अपने रोग को पूरी तरह पुरुष चिकित्सक से साझा नहीं कर पाती हैं। इस वजह उनके रोगों का समुचित इलाज नहीं हो पाता है। जिसका खामियाजा उन्हें ही भुगतना पड़ता है। इस परिस्थिति में रोग से ग्रसित महिला रोगी को इलाज के लिए औरंगाबाद, डेहरी, सासाराम और अन्यत्र जगहों पर जाने को विवश होना पड़ता है । ऐसे में उन्हें एक ओर जहां आर्थिक नुकसान होता है, वहीं दूसरी ओर अन्य कई परेशानी भी बढ़ जाती है।
बताया गया कि इस केंद्र में आए दिन प्रसव कराने महिलाओं का आना होता है। जहां नर्स के सहारे प्रसव कार्य कराया जाता है। इस परिस्थिति में जच्चा-बच्चा पर खतरा न हो इसे देखते हुए महिला चिकित्सक का होना बेहद जरूरी है। यूं कहा जाय कि प्रसव कार्य भी भगवान भरोसे ही चल रहा होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इसके पहले यह प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र था जो वर्षों से अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रुप में जाना जाता है। बावजूद इसके यहां योग्य चिकित्सकों की कमी लोगों को हमेशा से खलती रही है।
बता दें कि कुछ अपवादों को छोड़कर यहां कोई विशेष संसाधन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। लोगों ने कहा कि सीएचसी में तत्काल स्त्री रोग विशेषज्ञ की पदस्थापना होना बेहद जरूरी है ताकि महिलाओं की ससमय समुचित इलाज में सहूलियत हो सके और उन्हें इलाज के लिए बाहर जाने के लिए विवश न होना पड़े। इसके लिए पलामू उपायुक्त और सिविल सर्जन से लोगों ने गुहार लगाने की बात कही है।साथ ही वर्तमान जनप्रतिनिधियों से भी लोगों ने इस दिशा में पहल कर महिला चिकित्सक की पदस्थापना कराने का प्रयास करने की मांग करते हुए कहा है कि जनहित में किए गए कार्यों का आम लोगों पर सकारात्मक असर होता है।