छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के मुठभेड़ के बाद अब तक 27 नक्सलियों के मारे जाने की खबर : एक करोड़ का इनामी जयराम उर्फ चलपति भी मारा गया

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के मुठभेड़ के बाद अब तक 27 नक्सलियों के मारे जाने की खबर : एक करोड़ का इनामी जयराम उर्फ चलपति भी मारा गया

अपना हिन्दुस्तान डेस्क । छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के बाद अब तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किये गये हैं । मारे गये नक्सलियों में एक करोड़ रूपये का एक इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति भी है । पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एके 47, एसएलआर, आईएनएसएएस और अन्य हथियार भी बरामद किए हैं । करीब 1000 जवानों ने 60 नक्सलियों को घेर रखा है और‌ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है । कुल 27 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है । मुठभेड़ अभी भी जारी है।

पहली बार हुआ ड्रोन का इस्तेमाल

रविवार रात को ही छत्तीसगढ़ और ओडिशा की ओर से जॉइंट ऑपरेशन चलाया गया था। सोमवार को भालू डिग्गी जंगल में दिनभर रुक-रुककर फायरिंग हुई जो मंगलवार को भी जारी है । इस मुठभेड़ में पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है । ड्रोन कैमरे से देखकर नक्सलियों को मारा जा रहा है । नक्सली बस्तर की तरफ से गरियाबंद की ओर भाग रहे हैं । जिन नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, वो सेंट्रल कमेटी के हैं जो नक्सलियों के टॉप लीडर होते हैं । गरियाबंद में अब तक DVCM (डिविजनल कमेटी मेंबर), ACM (एरिया कमेटी मेंबर) ही मूवमेंट करते थे, लेकिन पहली बार टॉप लीडरों की मौजूदगी इस तरफ दिखी है । अबूझमाड़ और पामेड़ ही नक्सलियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना था, लेकिन लगातार एनकाउंटर से नक्सली गरियाबंध की तरफ भागे होंगे, ऐसा माना जा रहा है ‌।

सेंट्रल कमेटी मेंबर था जयराम उर्फ चलपति

जयराम रेड्डी उर्फ रामाचंद्रा रेड्डी उर्फ अप्पाराव उर्फ रामू आंध्र प्रदेश के चित्तूर के माटेमपल्ली का रहने वाला था। इसकी उम्र करीब 60 साल थी। इसने 10 वीं तक की पढ़ाई की थी। वह सेंट्रल कमेटी मेंबर (CCM) कैडर का था। चलपति बस्तर के अबूझमाड़ इलाके में भी सक्रिय था। AK-47, SLR जैसी राइफल रखता था। इसकी सुरक्षा में भी करीब 8 से 10 गार्ड रहते थे। सूत्रों की मानें तो अबूझमाड़ में लगातार हो रही मुठभेड़ के बाद कुछ महीने पहले ही इसने अपना ठिकाना बदल दिया और गरियाबंद - ओडिशा बॉर्डर पर चला गया था। यह नक्सल संगठन में फ्रंटलाइन का लीडर था।

सर्चिंग पर निकले जवानों पर हमले के बाद शुरू हुआ मुठभेड़

छत्तीसगढ़ और ओडिशा की ओर से जॉइंट ऑपरेशन चलाया गया था। इसमें 10 टीमें एक साथ निकली थीं। 3 टीम ओडिशा से, 2 टीम छत्तीसगढ़ पुलिस से और 5 CRPF टीम इस ऑपरेशन में शामिल थीं। जवान क्षेत्र में सर्चिंग अभियान पर निकले थे, तभी नक्सलियों ने उन पर हमला किया। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मैनपुर पहुंच गए हैं। सुरक्षा के लिहाज से भाटीगढ़ स्टेडियम को छावनी में तब्दील कर दिया है। इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए थे वहीं, 3 IED भी बरामद किए थे।

ऐसे चल रहा है ऑपरेशन

पहले नक्सली जंगलों में थे। पेड़ों की आड़ से छिपकर
फायरिंग कर रहे थे। छत्तीसगढ़ की तरफ से फोर्स की तीन कंपनियां आगे बढ़ रही थीं। उधर, ओडिशा की तरफ से 7 कंपनी आगे बढ़ रही थीं । अब नक्सली जंगल से निकलकर चट्टानों में घिर चुके हैं। यह खुला इलाका है। जवानों के पास चार-पांच ड्रोन हैं। इन ड्रोन्स से देख-देखकर‌ नक्सलियों को निशाना बनाया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के सीएम  ने पोस्ट कर लिखा मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होगा राज्य 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक्स पर पोस्ट लिखा कि गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना अंतर्गत कुल्हाड़ीघाट क्षेत्र में सुरक्षाबलों की नक्सलियों के साथ रविवार रात से अब तक जारी मुठभेड़ में 10 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। मार्च 2026 तक देश-प्रदेश में नक्सलवाद के खात्मे के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संकल्प को मजबूती प्रदान करते हुए सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. जवानों को मिली यह कामयाबी सराहनीय है. उनकी बहादुरी को सलाम करता हूं. हमारी डबल इंजन की सरकार में निश्चित ही हमारा छत्तीसगढ़ मार्च 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त होकर रहेगा.

नक्सलियों के खिलाफ बड़ा एक्शन

वैसे कुछ दिन पहले बीजापुर में भी एनकाउंटर हुआ था और तब 18 नक्सलियों को मौत के घाट उतार दिया गया था। तब तो पहले पुलिस ने सिर्फ 12 मौतों की पुष्टि की थी, लेकिन फिर नक्सलियों ने ही एक जारी बयान में 18 मौतों की बात कही। इस समय नक्सलियों के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार एक्शन लिया जा रहा है।

नक्सलियों ने जवानों को बनाया था निशाना

अब नक्सलियों के खिलाफ पिछले कुछ दिनों में इतनी कड़ी कार्रवाई इसलिए हो रही है क्योंकि नक्सलियों द्वारा भी एक बड़ा हमला किया गया था। असल में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने बड़े आईईडी ब्लास्ट को अंजाम दिया था। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को निशाना बनाया है और इसमें 8 जवान शहीद हो गए थे। सुरक्षाबलों को एक गाड़ी लेकर जा रही थी, जिसे नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर उड़ा दिया। हमले में 8 DRG जवान और एक ड्राइवर शहीद हुए।