प्रयागराज के महाकुंभ में भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत : सभी 13 अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द : स्थिति नियंत्रण में

प्रयागराज के महाकुंभ में भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत : सभी 13 अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द : स्थिति नियंत्रण में

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम पर बुधवार तड़के मौनी अमावस्या के मौके पर गंगा में पवित्र स्नान के लिए उमड़ी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसके बाद कई लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है और दर्जनों लोग घायल हो गये हैं । घायलों को इलाज के लिए मेला मैदान के अंदर स्थित केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया है । अधिकारियों ने बताया है कि कई लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था । मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के कारण भीड़ का दबाव बढ़ने पर मेला प्रशासन को लोगों को वापस भेजना पड़ा । इस भगदड़ के बाद आज संत अखाड़ों का होने वाला शाही अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है । हांलाकि, प्रशासन ने अभी तक एक भी मौत की पुष्टि नहीं की है । जानकारी के मुताबिक संगम घाट पर पोल नंबर 90 से 118 तक भगदड़ मची थी । इस दौरान बड़ी तादाद में लोग वहां मौजूद थे । कहा जा रहा है बैरिकेड खुलने के बाद अचानक भीड़ बेकाबू हो गई थी ।

अब स्थिति है सामान्य, अब तक 3 करोड़ से अधिक लोगों ने किया अमृत स्नान

आधिकारिक घोषणा के मुताबिक उक्त हादसे के बाद स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया गया है और अब स्थिति सामान्य है । राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब तक तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया है और लगभग 10 करोड़ लोगों के आज स्नान करने की उम्मीद है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा,"महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं,  माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।  संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है। किसी भी अफवाह पर बिल्कुल भी ध्यान न दें।"

प्रशासन ने भी दूसरे घाटों पर स्नान करने की अपील की

प्रशासन ने लोगों से दूसरे घाटों पर स्नान करने की अपील की है । बताया जा रहा है कि 10 से ज्यादा डीएम इस समय महाकुंभ के हालात को संभालने में लगे हुए हैं । महाकुंभ में भगदड़ की खबर पर, विशेष कार्याधिकारी कुंभ मेला प्राधिकरण अकांक्षा राणा ने कहा, "संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कोई भी गंभीर नहीं है ..."

प्रधानमंत्री ने दो बार की योगी से बात

प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार बात की । घटनाक्रम की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने का आह्वान किया ।

संत अखाड़ों ने रद्द किया शाही स्नान

भीड़ ज्यादा होने के चलते अखाड़ों ने अमृत स्नान को रद्द किया है । अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरी के मुताबिक अनिश्चितकालीन तक अमृत स्नान को रद्द किया गया है । श्रद्धालुओं के हित में अखाड़ा परिषद ने यह फैसला स्वंय लिया है । अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, "जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे... जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे... मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं... यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए...।" साध्वी निरंजन ज्योति ने महाकुंभ क्षेत्र में हुई भगदड़ की घटना पर कहा, "यह दुखद घटना है। जो भी हुआ वो ठीक नहीं हुआ। अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है...।"

अब भी श्रद्धा और आस्था की डुबकी लगाने को करोड़ों लोग तैयार

मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम में 'अमृत स्नान' के लिए महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है । उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार 28 जनवरी तक कुल 19.94 करोड़ लोग महाकुंभ के दौरान पावन स्नान कर चुके हैं। भारत के अलावा दुनिया भर के 72 देशों के लोग महाकुंभ में स्नान के लिए आये हैं ।

एंबुलेंस ड्राइवर ने बताई पूरी बात

एंबुलेंस ड्राइवर अवनीश कुमार ने पत्रिका को बताया कि घायलों की संख्या का पता नहीं चल पाया है। वहीं, हादसे में 17-18 लोगों की मौत हुई है। वहीं, महाकुंभ में स्नान करने आई कर्नाटक की महिला ने बताया कि संगम नोज पर अचानक भीड़ आ गई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि हम 16 लोग दो बस करके अमृत स्नान करने आए थे।