फिर से विवादों का केन्द्र बनी झारखंड में JSSC CGL परीक्षा : अभ्यर्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया
रांची । झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा 21-22 सितंबर को आयोजित हुई JSSC-CGL परीक्षा इस बार फिर विवादों का केंद्र बन गई है। परीक्षार्थियों का आरोप है कि रीजनिंग और गणित के पेपर्स में कई सवाल पहले आयोजित परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों से हूबहू दोहराए गए हैं । परीक्षार्थियों का दावा है कि रीजनिंग पेपर में कुल 20 प्रश्नों में से 16 प्रश्न वही थे, जो पहले से आयोजित परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं । जबकि गणित के पेपर में 20 में से 16 प्रश्न 8 अगस्त 2022 को हुई टियर-2 परीक्षा के प्रश्नों से मेल खाते थे। इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने हजारीबाग और रांची सहित कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किया है । हांलाकि इस पूरे मामले पर झारखंड सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है । बताया जा रहा है कि जेएसएसी प्रेस काफ्रेंस के जरिए अपनी बातें रखने वाली है ।
भाजपा ने इसे कदाचार का मामला बताया, की सीबीआई जांच की मांग
भारतीय जनता पार्टी ने इसे कदाचार का मामला बताया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने परीक्षा में पेपर दोहराए जाने को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और यह साफ तौर पर एक साजिश की तरह लग रहा है ।मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा है कि अभ्यर्थियों को संदेह है कि सरकार ने पहले से ही सीटों का सौदा कर लिया है और चुनिंदा छात्रों को सवालों के उत्तर याद कराए गए थे।
पहले भी विवादों में रही है JSSC-CGL परीक्षा
पिछले नौ सालों में इस परीक्षा की प्रक्रिया कई बार अटकी और विवादित हुई है। अब तक चार बार आवेदन मंगाए गए और सात बार परीक्षा की तारीखें तय की गईं, लेकिन हर बार इसे टाल दिया गया। आखिरकार जब अगस्त 2024 में परीक्षा की तारीख तय हुई, तब पेपर लीक की खबरें आईं थीं और परीक्षा कैंसिल कर दिया गया था ।