हरिहरगंज बालिका उवि में रीएडमिशन के नाम पर छात्राओं से रुपए वसूली का मामला उजागर

हरिहरगंज बालिका उवि में रीएडमिशन के नाम पर छात्राओं से रुपए वसूली का मामला उजागर

- कविलास मंडल 

हरिहरगंज/पलामू : सामाजिक कार्यकर्ता रविंद्र पासवान ने हरिहरगंज थाना के समीप स्थित शहर का इकलौता बालिका उवि के छात्राओं से रि-एडमिशन के नाम पर बगैर रसीद के अवैध वसूली का मामला उजागर कर डीसी से कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता रविंद्र पासवान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अभिभावकों और छात्राओं के द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि बालिका उवि में रि-एडमिशन के एवज में छात्राओं से 300 रुपए वगैर रसीद के ही वसूली की जा रही है। जिसका कोई वैध निर्देश नहीं है। बता दें कि बालिका उवि में छह सौ से ज्यादा छात्राएं नामांकित हैं। रविंद्र ने अवैध तरीके से ली गई राशि छात्राओं को लौटाने की मांग की। 

इसे देखते हुए बीते दिनों दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जब स्कूल जाकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक धर्मेंद कुमार सिंह से चर्चा की तो यह बात सामने आई। उन्होंने बताया कि पूछे जाने पर एचएम ने कहा कि री-एडमिशन के बाबत प्रति छात्रा प्राप्त 300 रुपए स्कूल विकास फंड में जमा किया जाता है। जिसे स्कूल के विकास संबंधी कार्यों पर खर्च किया जाता है। जब एचएम से यह जानने का प्रयास किया कि ली जा रही राशि का रसीद क्यों नहीं दिया जा रहा है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि रसीद देने पर 20 रुपए ज्यादा लगेगा। 

उधर रविंद ने बताया कि शहर के एक अन्य सीता प्लस टू हाई स्कूल के प्रधानाचार्य डॉक्टर अजय कुमार राय से इस संबंध में जब पूछा गया कि स्कूली बच्चों को एक क्लास से दूसरे क्लास में जाने के बाद  रि-एडमिशन के लिए कोई शुल्क लगता है या नहीं तो उन्होंने साफ इंकार किया और कहा कि सीता प्लस टू हाई स्कूल में बच्चों से इसे लेकर कोई शुक्ल नहीं लगता है। यहां विभागीय निर्देशों के अनुसार ही विद्यालय संचालित किया जाता है। मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मो. कयामुद्दीन उपस्थित थे। बहरहाल सरकारी हाई स्कूल में रि-एडमिशन के नाम पर अवैध वसूली करने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।