हरिहरगंज : जब जनप्रतिनिधियों ने सुध नहीं ली तो किसानों ने कोठिला गांव में चंदा कर करा दी बड़की आहार की मरम्मति

हरिहरगंज : जब जनप्रतिनिधियों ने सुध नहीं ली तो किसानों ने कोठिला गांव में चंदा कर करा दी बड़की आहार की मरम्मति

हरिहरगंज (पलामू) . पलामू जिले के हरिहरगंज खंड क्षेत्र के सुदूरवर्ती कुलहिया पंचायत अंतर्गत कोठिला गांव में लबालब एक बड़की आहर बांध को किसानों ने रविवार को चंदा संग्रह कर मशीनरी और सामान के माध्यम से पकड़ लिया। इसमें योगदानकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर संजय कुमार यादव और कई वैज्ञानिक किसानों की पहल की गई थी।

किसानों ने बताया कि इस साल अहर लबालब भर से अच्छी बारिश हुई है। लेकिन आहर का बांध टूटने से आहर में कटान का खतरा बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ गयी थी।

किसानों ने बताया कि यह आहर सींच का मामला आस-पास के बाजार में है। इस आहर से दो सौ एकड़ में भी बड़ा खेत सिंचित हो सकता है। किसानों का कहना है कि अगर सरकारी स्तर से इस बहु-उपयोगी आहार का जीर्णोद्धार करा दिया जाए तो इस क्षेत्र के मामले में आत्मनिर्भरता हो जाएगी। हालाँकि बाँध को ऊँचा उठाने के लिए कई बार प्रयास किया गया लेकिन किसी भी स्मारक ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

बता दें कि आहर की क्षमता को देखते हुए इसमें मत्स्य पालन की संभावनाएं कम हो गई हैं। जिससे हर साल लाखों की संख्या में मत्स्य पालकों की संख्या बढ़ सकती है। ये दिखे किसानों के हितार्थ सामाजिक कार्यकर्ता संजय कुमार यादव जिनमें नरेश यादव, भगवान राम, बुधन भुइंया, डोमन भुइंया, देवानंद यादव, शंकर प्रजापति, देव प्रसाद यादव, हरि भुलालइंया, यादव, युगेश यादव, लालेश यादव, उतीमचंद भुइंया, बसंत यादव शामिल हैं। यादव, सूर्यदेव यादव, सिकंदर कुमार, कमलेश यादव, विगन यादव, राजेश कुमार, सत्रुधनइंया, युमन भुइंया, विशु यादव सहित सैकड़ों आशिक ने संबंधित अधिकारियों और राधा भू से कोथिला बड़की बांध की जीर्णोद्धार की मूर्ति की रचना की है।