हरिहरगंज : चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत
-- कविलास मंडल
हरिहरगंज/पलामू : चुनाव प्रचार के आखिरी दिन 79 - हुसैनाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से हरिहरगंज में विभिन्न दलों के साथ ही कई निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रचार अभियान संपन्न होते ही बूथ स्तर पर वोटरों के साथ मजबूत पकड़ वाले कार्यकर्ताओं की पोलिंग एजेंट के रूप में तैनाती की जा रही है। बता दें कि राज्य भर के 43 सीटों पर प्रथम चरण में 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।
इसे देखते हुए अब तक चुनाव प्रचार के लिए एनडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह के पक्ष में यूपी के सीएम अजीत योगी, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के अलावे हुसैनाबाद में लोजपा( आर) के सुप्रीमो केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आ चुके हैं। जिनके द्वारा क्षेत्र के तमाम जागरूक मतदाताओं को विकास की गारंटी के साथ ही अधिकारों की रक्षा और सामाजिक, आर्थिक न्याय का भरोसा मिला।
वहीं महागठबंधन समर्थित राजद प्रत्याशी संजय कुमार सिंह यादव के पक्ष में मुख्य तौर पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, बिहार प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव और भोजपुरी सिने स्टार खेसारी लाल यादव भी सरकार की महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी उपलब्धियों तथा विभिन्न संदेशों के सहारे वोटरों को रिझा चुके हैं। उनका कहना था कि किसी के साथ नाइंसाफी नही होगी। सभी वर्गों को साथ लेकर चलते हुए उनके भलाई के लिए कार्य किए जाएंगे।
बसपा से पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के पक्ष में पार्टी सुप्रीमो यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी हुसैनाबाद में जनसभा कर कैडर वोटों को एकजुट करने का संदेश दे गए। जबकि बसपा प्रत्याशी कुशवाहा शिवपूजन मेहता अपने विधायकी काल में किए गए कई उपलब्धियों को गिनाते हुए अन्य प्रत्याशियों पर शब्दों की तीखे बाण चलाए और खामियों को उजागर किया।
साथ ही निर्दलीय विधायक प्रत्याशी बिनोद कुमार सिंह, कर्नल संजय कुमार सिंह भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। इस दौरान अन्य प्रत्याशी भी चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कोई कोर कसर बाकी नहीं रखा।सभी घर-घर पहुंचकर वोटरों को गोलबंद करने में जुटे रहे। इस दौरान सभी प्रत्याशी अपना अपना एजेंडा बताकर सर्वांगीण विकास की बात कह लोगों को लुभा रहे हैं।
इस तरह हुसैनाबाद- हरिहरगंज विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मुकाबला अब रोचक मोड़ पर आ गया है। वर्तमान विधायक पूर्व मंत्री कमलेश कुमार सिंह, पूर्व विधायक संजय कुमार सिंह यादव, कुशवाहा शिवपूजन मेहता इसे प्रतिष्ठा का विषय मानकर जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी एक कर रहे हैं। इस दौरान एक दूसरे पर खूब आरोप प्रत्यारोप भी लगे। साथ ही समाचार पत्रों, फेसबुक, सोशल मीडिया के माध्यम से चुनावी मुद्दों को जन जन तक पहचाने का दौर भी चला।
अलावा इसके सपा से चुनाव लड़ रहे कमलेश कुमार यादव के अलावा कई निर्दलीय भी पहली बार चुनावी मैदान में उतर कर किस्मत आजमा रहे हैं। लेकिन वोटरों का रुझान मुख्य उम्मीदवारों पर ही केंद्रित बताया जा जा रहा है । पूर्व मंत्री कमलेश कुमार सिंह अपनी राजनीतिक विरासत को फिर से पाने के लिए तो राजद और बसपा भय ,भूख और भ्रष्टाचार से मुक्ति और विकास को नए तरीके से गति देने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
मालूम हो कि 2019 के चुनाव में कुशवाहा शिवपूजन मेहता आजसू में चले गए थे आजसू और बीजेपी में अंतिम समय तक ताल मेल नहीं बैठने से आजसू के टिकट पर कुशवाहा शिवपूजन मेहता और भाजपा के समर्थित उम्मीदवार के रूप में भाजपा नेता विनोद कुमार सिंह चुनाव लड़े थे। जिसका नतीजा यह रहा कि विनोद कुमार सिंह को 27,789 और कुशवाहा शिवपूजन मेहता को 15,544 ही वोट मिले। जबकि आरजेडी के संजय कुमार सिंह यादव को 31,444 व बीएसपी के शेर अली को 28877 मत प्राप्त हुए थे। जबकि एनसीपी के कमलेश कुमार सिंह 41,293 वोट लाकर विधायक बने थे।