पहले कर्ज लिया फिर कर्ज न लौटाना पड़े इसलिए उसकी हत्या करा दी
पलामू । पहले एक व्यक्ति से कर्ज लिया । फिर जब वह पैसे के लिए तगादा करने लगा तो इसलिए उसकी हत्या करा दी कि कर्ज लौटाना न पड़े !
जिले के रामगढ़ के इस्लाम नगर बभंडी के रहने वाले सरयू राम का शव 15 मई को लमटी गांव के एक कुआं से बरामद किया गया था । पुलिस ने इस हत्याकांड का उद्भेदन कर लिया है और इस हत्याकांड में शामिल किसुनदेव और संतोष उरांव को गिरफ्तार कर लिया है । जबकि इस हत्याकांड की मास्टर माईंड महिला अभी तक फरार है ।
लमटी गांव की अमावस्या देवी नाम की महिला ने रामगढ़ के इस्लाम नगर बभंडी के रहने वाले सरयू राम (55 वर्ष) से दस हजार रूपये कर्ज लिया था । 12 मई को सरयू राम ने छत्तीसगढ़ में रहने वाले अपने बेटे को फोन पर बताया था कि वह लमटी गांव में अमावस्या को उधार दिया हुआ पैसा मांगने जा रहे हैं। इसके बाद से वह घर नहीं लौटे। तीन दिन बाद 15 मई को सरयू का शव लमटी गांव के एक कुआं से बरामद हुआ था ।
पुलिस ने यूं बतायी इस हत्याकांड की पूरी कहानी
मृतक सरयू राम और आरोपी महिला अमावस्या देवी ओझा गुनी का काम करते थे। महिला के पति चुटु उरांव ने दो साल पहले सरयू राम से दस हजार रुपए सूद पर लिया था। कुछ माह पहले चुटु उरांव की मौत हो गई तो सरयू राम ने उसकी पत्नी अमावस्या पर पैसा लौटाने का दबाव बनाने लगा था। इससे परेशान होकर महिला ने सरयू राम के हत्या की साजिश रची । किशुनदेव के बेटे की मौत मार्च माह में हुई थी । अमावस्या ने किसुनदेव को समझाया कि उसके बेटे को सरयू राम ने ही भूत प्रेत लगाकर मार दिया है और उसी के द्वारा भूत लगाने के कारण संतोष की पत्नी भी हमेशा बीमार रहती है । इतना सुनकर किशुनदेव और संतोष गुस्से और आक्रोश से भर गये ।फिर महिला ने सरयू की हत्या का प्लान रचा और बाकी देने के बहाने से सरयू राम को बुलाकर तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी । गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बाकी पैसा मांगने के लिए जब सरयू अमावस्या के घर पहुंचे तो पहले उन्होंने सरयू को शराब में नशे की गोली डाल पिलाया और फिर रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी । हत्या के दूसरे दिन 13 मई को गांव के अपने बूथ पर वोट डालकर तीनों आरोपी गांव छोड़कर भाग गए थे । जब वे गांव आये तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया ।