अविनाश देव ने दशरथ मांझी की जयंती पर उनके प्रतिमा का किया अनावरण

अविनाश देव ने दशरथ मांझी की जयंती पर उनके प्रतिमा का किया अनावरण

मेदिनीनगर । सामाजिक न्याय परिषद पलामू द्वारा पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के 95 वें जयंती पर स्थानीय बजराहा में प्रतिमा का अनावरण किया गया। संत मरियम स्कूल के चेयरमैन अविनाश देव बतौर मुख्य अनावरणकर्ता शामिल हुये‌। उन्होंने प्रतिमा व शिलापट्ट से पर्दा हटा कर पर्वतपुरुष बाबा दशरथ मांझी के प्रतिमा का लोकार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्यानारायण भुइयां जी ने पगड़ी पोशी फूलमाला देकर श्री देव का स्वागत किया। संबोधन में  इन्होंने कहा कि दशरथ मांझी ताजमहल को पीछे छोड़ते मोहब्बत का नया कीर्तिमान स्थापित किए और प्यार का नया पैगाम दिए। ताजमहल को सात अजूबों में शामिल किया गया किंतु गहलौर का वो पहाड़ अजूबों में नहीं संघर्ष के फौलादी सपूत के जननी के रूप में जाना जाएगा। आज पहाड़ नहीं तोड़ना है प्यार के गलत परिभाषा को तोड़ नया परिभाषा गढ़ना है। जाति धर्म अंधविश्वास के पहाड़ को तोड़ अशिक्षा के खाई को पाटना है। दशरथ मांझी के बाईस साल के संघर्ष से प्रेरणा लेते हुए आज के संदर्भ में ऊंच-नीच के गहराता भेद को खत्म करना है। दूरी और सड़क के बगैर उनकी पत्नी फगुनिया के जान निकल गया किंतु उसी वक्त दशरथ मांझी ने संकल्प को दोहराया और निर्णय लिया कि आज के बाद कोई दूसरा फगुनिया बलि नहीं चढ़ेगी,जबतक तोड़ेंगे नहीं तबतक छोड़ेंगे नहीं। बाईस साल के कड़ी पसीना से उस पहाड़ के ऊंचा होने के अहंकार को मिटा दिया। आज समाज के सभी वर्ग उस मोहब्बत के कोमल कंक्रीट से निर्मित सड़क पर सरपट पार कर रहे हैं।

इस मौके पर रविन्द्र भुइयां, राजू भुइयां,‌विश्वनाथ भुइयां, मनोज भुइयां, पारसनाथ भुइयां, भिक्खु भुइयां, श्यामनारायण भुइयां, रिंकू मेहता, चंदन भुइयां, प्रभु भुइयां,‌टिंकू राम, प्रदीप भुइयां की गरिमामई उपस्थिति रही।