मनमानी की पराकाष्ठा : बिना अग्रिम सूचना के दिन दिनभर बिजली बंद करवा दे रहा है एक बिजली ठेकेदार

मनमानी की पराकाष्ठा : बिना अग्रिम सूचना के दिन दिनभर बिजली बंद करवा दे रहा है एक बिजली ठेकेदार

पलामू । छतरपुर के बिजली विभाग में नया पोल तार लगाने का काम एनसीसी नामक एक कंपनी कर रही है । पिछले दो दिन से यह सड़मा फीडर के प्लांट फीडर का तार बदल रही है । तार बदलने के लिए बिना अग्रिम सूचना दिये कंपनी दिन दिनभर मनमाने तरीके से बिजली बंद करवा दे रही है (अमूमन सुबह 9-10 बजे से शाम 7 बजे तक) जिससे इस भीषण गर्मी में उपभोक्ता त्राहिमाम् कर रहे हैं । उपर से तुर्रा यह कि रात को जब बिजली बहाल की जा रही है तो जान बूझकर उसी फीडर में लोड शेडिंग के नाम पर घंटों बिजली बंद करवा दी जा रही है । बिजली बंद करवाने के पूर्व नियमानुसार एक दिन पूर्व इसकी सूचना फ्लैश करनी होती है और विभाग की लिखित इजाजत लेनी पड़ती है, जो बिल्कुल नहीं किया जा रहा है ।

नये लाइन में कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं से खरीदवाया जा रहा तार

तार बदलने के क्रम में कंपनी के कामगारों ने पहले तो उपभोक्ताओं का तार हटाने के बाद फिर नये तरीके से कुछ इस कदर जोड़ा है कि करीब करीब हर उपभोक्ता को अलग से बिजली मिस्त्री को फिर से बुलाकर अपना लाइन दुरुस्त करवाना पड़ रहा है । इसमें उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है । तार जोड़ने के लिए कंपनी के कामगार उपभोक्ताओं से बाजार से खरीदकर तार मंगवा रहे हैं जिससे उपभोक्ताओं को बे वजह का आर्थिक नुकसान हो रहा है ।

सहायक विद्युत अभियंता को स्थिति की जानकारी नहीं

उक्त स्थिति की बावत जब छतरपुर विद्युत सबग्रीड के सहायक अभियंता से पूछा गया तो उन्हें भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि किसी इलाके की बिजली लगातार दो दिन से, दिन दिनभर बंद कर दी जा रही है । उन्होंने कहा तो, कि इस मामले को देखते हैं, लेकिन समाचार लिखे जाने तक देखा नहीं ।

ठेकेदार के कामगारों ने नगर पंचायत का स्ट्रीट लाइट हटा दिया

कंपनी के कामगारों ने छतरपुर के महेन्द्रा पेट्रोल पंप इलाके से लेकर बैरियाडीह इलाके तक, सड़क के एक तरफ नगर पंचायत से लगाये गये स्ट्रीट लाइट को भी हटाकर छोड़ दिया है जिससे एक तरफ का इलाका अंधेरे में डूब जा रहा है । अंधेरा होने से अपराधी तत्वों को फायदा होगा और हाइवे के इर्द गिर्द रहने वाले लोग दहशत और भय में रात गुजारेंगे । और, मजे की बात यह है कि यह सारा कुछ विभाग के चाहने न चाहने से नहीं, सिर्फ एक ठेकेदार के चाहने और न चाहने से हो रहा है जिसने नया विद्युतीकरण के कार्य में भ्रष्टाचार के कई कई गुल खिलाये हैं ।