क्या कोविशील्ड का एक ही डोज काफी है ? बदल रही है विशेषज्ञों की राय

क्या कोविशील्ड का एक ही डोज काफी है ? बदल रही है विशेषज्ञों की राय

-- आतिशी
-- 9 जून 2021

नयी दिल्ली । विशेषज्ञों का कहना है कि कोविशील्ड का एक ही डोज कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी डेवलप करने में कारगर है । टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के डायरेक्टर क्लीनिकल ट्रायल के प्रमुख प्रोफेसर ऐंड्रयू जे पोलार्ड ने कहा कि शुरुआत में इस वैक्सीन को सिंगल डोज के तौर पर ही देखा गया था । इसे जल्द से जल्द लोगों को एक डोज लगाकर तेजी से जान बचाने की योजना तैयार की गयी थी ।

पोलार्ड ने कहा है कि कोविशील्ड के सिंगल डोज लेने वाले ज्यादातर लोगों को भी संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती करने की नौबत नहीं आयी है । हांलाकि उन्होंने यह भी कहा कि अब भी हम इसके दो डोज की ही सिफारिश करते हैं । लेकिन अगर कोई यह सोचे कि दोनों डोज नहीं मिल पाने की स्थिति में पहला डोज भी लेना बेकार है तो यह सरासर गलत सोच है ।

मालूम हो कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोरोना वैक्सीन को ही भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ने डेवपल किया है और भारत में यह टीका कोविशील्ड के नाम से लगाया जा रहा है । प्रो पोलार्ड का कहना है कि जिन लोगों को वैक्सीन की दो डोज दी गयी है उनमें सिंगल डोज लेने वालों की तुलना में ज्यादा इम्यूनिटी तैयार हुई है । इससे निष्कर्ष निकाला गया कि एक डोज कारगर जरूर है, लेकिन डबल डोज ज्यादा असरदार है ।