यह बैठक है या आई वॉश : पलामू जिले में अवैध खनन से लेकर परिवहन और भंडारण चरम पर : छतरपुर और नौडीहा में संचालित हैं कई अवैध पत्थर माईंस

यह बैठक है या आई वॉश : पलामू जिले में अवैध खनन से लेकर परिवहन और भंडारण चरम पर : छतरपुर और नौडीहा में संचालित हैं कई अवैध पत्थर माईंस

पलामू । बुधवार को पलामू जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक हुई ‌। डीसी ने हर हाल में अवैध खनन रोकने के निर्देश दिये । कहा कि अवैध खनन करनेवालों  पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजें । यह भी कहा कि जिले में अवैध माइनिंग किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । बैठक में मौजूद जिला खनन पदाधिकारी सुनील कुमार ने अवैध खनन पर कार्रवाई का प्रतिवेदन उपलब्ध कराया। बताया कि पिछले दो महीने में अबतक अवैध परिवहन व खनन कर रहे कुल 43 वाहनों को जब्त किया गया है ‌। साथ ही 32.35 लाख रुपये बतौर जुर्माना भी वसूला गया है । 6 प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है।

समीक्षा के दौरान उपायुक्त श्री रंजन ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को उनके क्षेत्र में संचालित अवैध माइनिंग के खिलाफ स्पेशल टास्क फोर्स का गठन कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने बिना सीटीआई और लाइसेंस प्राप्त किए जिले में संचालित क्रेशर को सील करने का भी निर्देश दिया।उन्होंने ओवरलोडिंग की समस्या को भी रेखांकित करते हुए ऐसे वाहनों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई करने की बात कही।उन्होंने जिला खनन पदाधिकारी एवं सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को आपस में समन्वय बनाकर अवैध माइनिंग के विरुद्ध छापामारी करने की बात कही। बैठक में इंटर स्टेट बॉर्डर को अवैध माइनिंग के दृष्टि से सुरक्षित करने को लेकर नाईट विज़न एनेबल्ड सीसीटीवी अधिष्ठापन करने पर भी विचार किया गया। उन्होंने छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी को अवैध माइनिंग पर लगाम लगाने को लेकर टोल प्लाजा का मदद लेने पर भी बल दिया। इसके साथ हो डीआईओ को माइंस को लेकर नजरी नक्शा बनाने के भी निर्देश दिये। बैठक में पुलिस अधीक्षक रिष्मा रमेशन, डीएफओ, अपर समाहर्ता समेत विभिन्न एसडीओ, एसडीपीओ व थाना प्रभारी उपस्थित रहे ।

सीएम हेमंत ने हर हाल में अवैध माइनिंग रोकने के दिये हैं निर्देश

मंगलवार को राज्य के आला पुलिस अधिकारियों के साथ सीएम ने बैठक की थी । कहा था कि हर हाल में अवैध माइनिंग पर लगाम लगायें । अवैध माइनिंग के कारण राज्य की छवि बिगड़ रही है ।

पलामू में अब भी अवैध खनन, परिवहन और भंडारण चरम पर

पलामू जिले की जमीनी हकीकत कुछ और ही है । जिला स्तर पर बैठकों का कोरम पूरा हो जाता है और तथाकथित कड़े निर्देश दे दिये जाते हैं लेकिन किसी भी दिन न तो ओवरलोड पत्थर लदे वाहनों का परिचालन रूकता है और न ही अवैध खनन । पिपरा जैसे सुदूरवर्ती इलाके से लेकर नौडीहा बाजार थानाक्षेत्र तक अवैध खनन, भंडारण और परिवहन चरम पर है । नौडीहा बाजार थानाक्षेत्र के लकड़ाही में तीन अवैध पत्थर माईंस चलाये जा रहे हैं । वैसे, अन्य पत्थर माईंस को भी सरकारी नियमों को ताक पर रखकर लाईसेंस निर्गत किया गया है । जिम्स पोर्टल पर दिख रहे माईंस में से कुछ को पूर्व डीएमओ ने बंद करवा दिया था । वर्तमान डीएमओ ने कहा कि वे ऑफिस के समय ही देखकर बता सकते हैं ।

पूर्व डीसी के रिश्तेदार के नाम पर जो माईंस बंद हुआ था, वह अभी है चालू

पूर्व डीसी शशिरंजन के रिश्तेदार के नाम पर नौडीहा थानाक्षेत्र के लकड़ाही में एक पत्थर माईंस स्वीकृत हुआ था । इसे लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ था और बात राज्य स्तर तक फैल गयी थी । इसके बाद उक्त माईंस को निरस्त करने की खबर आयी थी और वह माईंस बंद हो गया था । आजकल फिर से यह माईंस चालू है । हांलाकि जिम्स पोर्टल पर इसका विवरण नहीं मिला ।

हर दिन हो रही लाखों के सरकारी राजस्व की चोरी

केवल छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र में अवैध माइनिंग और ओवर लोडिंग से हर दिन करीब करीब 15-25 लाख के सरकारी राजस्व की हर दिन चोरी हो रही है । लेकिन खनन टास्क फोर्स की बैठक में डीएमओ 32-33 लाख के राजस्व की रिकवरी बताकर सभी को संतुष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं । इस स्थिति को आई वॉश ही तो कहा जाएगा...!