क्या तेजस्वी की सभा छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में बदल पायेगी राजद प्रत्याशी का भविष्य

-- अरूण कुमार सिंह

पलामू । शुक्रवार को जिले के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के राजद प्रत्याशी विजय राम के पक्ष में बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चुनावी सभा की । मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा नेता कभी भी मुद्दों की बात नहीं करते । वे केवल नफरत की बात करते हैं । झारखंड में सबसे अधिक भाजपा ने ही राज किया । लोगों को क्या मिला ? भाजपा वाले कभी भी महंगाई, दवाई, पढ़ाई, कमाई, सिंचाई जैसे मूलभूत समस्याओं पर बात नहीं करते । तेजस्वी ने लोगों से विजय राम को जिताने की अपील की । उनके अलावा मंच से लोगों को करीब एक दर्जन वक्ताओं ने संबोधित किया जिनमें बिहार से आये मुकेश साहनी,राज्यसभा सांसद संजय यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व मंत्री शमी अहमद, युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव और राजद के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी प्रमुख थे । कार्यक्रम में दर्जनों मुसलमानों के साथ याद अली और चौधरी समाज के लोग राजद में शामिल हुए । राजद के पुराने साथी राजू भूईयां के भी वापस लौट आने की चर्चा है ।

प्रमुख नेताओं ने महा गठबंधन से दो प्रत्याशी के चुनाव मैदान में होने पर नहीं की कोई टिप्पणी

बाहर से आये प्रमुख नेताओं ने महा गठबंधन से दो प्रत्याशी के चुनाव मैदान में होने पर कोई टिप्पणी नहीं की । लेकिन कमोवेश सभी स्थानीय नेताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी राधाकृष्ण किशोर पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि पांच बार विधायक रहते हुए जब वे कुछ उल्लेखनीय नहीं कर पाये तो इस बार क्या करेंगे ?

सभा में मौजूद लोगों की भीड़ से बढ़ गयी है राजद की उम्मीदें

राजद की इस सभा में मौजूद भीड़ ने राजद प्रत्याशी और कार्यकर्ता- दोनों का हौसला बढ़ाया है । लोग बता रहे हैं कि इस सभा के बाद राजद कार्यकर्ताओं में यह उम्मीद जगी है कि उनके कोर वोटर, जो दूसरी पार्टी के प्रत्याशियों के साथ हैं, लौट आयेंगे । राजद नेताओं को यह भी उम्मीद है कि अगर उनके कोर वोटर वापस लौट गये तो मुस्लिम वोट भी उन्हें मिल जाएगा । हांलाकि मुस्लिम वोटरों का एक धड़ा पहले से ही राजद के साथ है‌ । बताया जा रहा है कि इस सभा से एक दिन पूर्व छतरपुर आये जयप्रकाश यादव ने भी कई बिछड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करके उन्हें मनाया है । बिहार के कुछ अन्य पूर्व मंत्री और विधायक भी क्षेत्र में हैं और औरंगाबाद के वर्तमान सांसद भी आने वाले हैं । इन सारी स्थितियों के बीच राजद नेताओं की उम्मीद वोट में कितना बदल पाएगा, यह तो मतदान के बाद ही पता चलेगा ।