परदेसी मजदूर ने परदेस में ही फांसी लगाकर क्यों दे दी जान

परदेसी मजदूर ने परदेस में ही फांसी लगाकर क्यों दे दी जान

पलामू जिले के नौडीहा बाजार थानाक्षेत्र के सुदूरवर्ती डगरा गांव के एक परदेसी मजदूर ने परदेस में ही फांसी लगाकर जान दे दी । मजदूर का नाम उपेन्द्र भूईयां (35 वर्ष) है । वह स्थानीय दलाल के माध्यम से आंध्र प्रदेश में एमजी रोड वी कोटा गांव नाकापली स्थित एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में सरिया सेटरिंग का काम करने गया था ।

उसके साथ, उसका छोटा भाई भी वहीं काम करने गया था । बताया जा रहा है कि बीते रविवार को उसने जमकर शराब पी । उसके बाद करीब 11 बजे रात तक मोबाइल से वह अपनी पत्नी से बात करते रहा । बातचीत के दौरान उसने अपनी पत्नी को बताया था कि यह उसकी आखिरी बातचीत है और वह आज की रात आत्महत्या कर लेगा । इसके बाद उसका छोटा भाई जब उसे सोने के लिए कहने आया तो उपेन्द्र ने उसे भी कहा कि आज की रात वह आत्महत्या कर लेगा । लेकिन पत्नी और भाई दोनों ने उसकी बात को शराब के नशे में बोली गयी बात समझी ।

बताया जा रहा है कि इसके बाद वह सोने चला गया था । फिर रात में किसी वक्त वह उठा, पास के बगीचे में गया और अपने गमछा से पेड़ की टहनी में फांसी लगाकर झूल गया । सुबह लोगों ने उसकी लाश देखी और पुलिस को सूचना दी । आंध्र प्रदेश पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है । उसके मौत की सूचना पाकर घरवालों का रो रोकर बुरा हाल है ।