उत्पाद सिपाही की नौकरी के लिए दौड़ लगाने आये तीन युवकों की मौत और करीब सात दर्जन बेहोश
पलामू के पलामू के चियांकी हवाई अड्डा पर उत्पाद सिपाहियों की भर्ती के लिए दौड़ का आयोजन किया गया है । यह आगामी 9 सितंबर तक चलने वाला है । लेकिन पिछले 36 घंटे के अंदर 3 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है और अब तक 80 से अधिक अभ्यर्थी दौड़ लगाने के क्रम में बेहोश हो चुके हैं । इनमें 4 अभ्यर्थियों को एमएमसीएच से रिम्स रेफर किया गया है और लगभग एक दर्जन अभ्यर्थियों का इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किया जा रहा है ।
गुरुवार को इलाज के क्रम में मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में बिहार के गया के रहने वाले एक अभ्यर्थी अभिषेक कुमार की मौत हुई थी । गुरुवार की रात ही रिम्स रेफर हुए एक और अभ्यर्थी की मौत हुई है जो पलामू के छतरपुर का रहने वाला है । शुक्रवार को दौड़ के दौरान गोड्डा जिला निवासी अभ्यर्थी प्रदीप कुमार की मौत हो गई है । गठित बोर्ड के अध्यक्ष सह जैप कमांडेंट मुकेश कुमार ने बताया कि दौड़ की प्रक्रिया को अब सुबह 4:30 बजे से ही शुरू कर दी जाएगी ताकि तेज धूप होने से पहले दौड़ की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके ।
अस्पताल के फर्श पर लिटा दिया गया था बेहोश अभ्यर्थियों को
दौड़ने के क्रम में गुरुवार को 25 अभ्यर्थी बेहोश हो गए थे। अभ्यर्थियों को इलाज के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया था । वहां अस्पताल के फर्श पर बेहोश अभ्यर्थी को लिटा दिया गया था और इलाज के दौरान लापरवाही बरती गयी थी । इसी क्रम में एक अभ्यर्थी की मौत हो गयी थी ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उक्त अस्पताल में बेहोश अभ्यर्थियों की सुध लेने वाला कोई न था । फर्श पर ही इन्हें स्लाइन लगा दिया । दवाई-सूई समय पर दी गयी या नहीं, इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आयी है । लेकिन अस्पताल से इनकी जो तस्वीरें आयीं हैं, उन्हें देखकर कोई भी कह सकता है कि इनके साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया गया ।
पिछले चार दिनों में 80 से अधिक अभ्यर्थी बेहोश हुए, डीसी ने यह कहा
उत्पाद सिपाही के लिए चियांकी हवाई अड्डा मैदान पर पिछले चार दिन से अभ्यर्थी दौड़ लगा रहे हैं । इस क्रम में अबतक लगभग 7 दर्जन अभ्यर्थी बेहोश हो चुके हैं । तब भी प्रशासन ने पुख्ता इंतजामात नहीं किये ताकि बेहोश अभ्यर्थियों का समय पर समुचित इलाज किया जा सके । अब पलामू डीसी शशिरंजन ने कहा है कि अगर पुलिस चाहेगी तो मामले की जांच करके कार्रवाई की जाएगी । लेकिन सवाल है कि पुलिस ऐसा चाहेगी तब ना...?
शुरू हुई अस्पताल की लापरवाही को छिपाने की कोशिश...?
दर्जनों लोगों का कहना है कि पहले दो बेहोश अभ्यर्थियों की मौत अस्पताल की लापरवाही से हुई है । लेकिन अस्पताल के एक वरिष्ठ और पदधारी चिकित्सक का एक बयान मीडिया में आया है जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को छिपाने की कोशिश शुरू हो गयी है । मृत अभ्यर्थी का पोस्टमार्टम किये बिना ही उक्त चिकित्सक ने कहा है कि मृतक ने कोई ड्रग्स लिया होगा, ऐसा लगता है । अब देखना यह है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को छिपाने के लिए और कौन कौन सी कहानियां गढ़ी जाएगीं ? जबकि यह सर्व विदित है कि अस्पताल प्रबंधन की स्थिति बदतर है और एमएमसीएच खुद बीमार है ।