जन्माष्टमी पर पर्यावरणविद् ने कदम समेत 8 प्रजाति के पौधे लगाते हुए कहा कि पेड़ भगवान के समान होते हैं
On Janmashtami, environmentalist planted 8 species of saplings including Kadam and said that trees are like God
-- संवाददाता
-- 30 अगस्त 2021
मेदिनीनगर के पांकी रोड टेढवा मोड़ स्थित फार्महाउस परिसर में कृष्णा जन्माष्टमी पर विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद् कौशल किशोर जायसवाल ने भगवान कृष्ण के प्रिय वृक्ष कदम समेत आठ दुर्लभ प्रजाति के पौधे भोजपत्र, सिंदूर, पपीता, दालचीनी, रुद्राक्ष, कपूर, चंदन, एवं नींबू लगाकर जन्मोत्सव मनाया।
उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण जीवन के हर संघर्ष को उत्साह और उत्सव में बिताया। वे 16 कलाओं से परिपूर्ण थे । जिन्होंने जीवन को रोचक, रोमांचक और ऐतिहासिक बनाने के लिए खुद ही संकट और संघर्ष को जन्म दिया था। बाद में उसका निवारण के उपाय भी उन्होंने अपने भक्तों को सुझाया था। उनके जीवन में प्रेम और योग की पराकाष्ठा का भी अद्वितीय संगम था।
बाल योगेश्वर भगवान कृष्ण ने भगवद्गीता के बहाने परम सत्य, अकाट्य, अप्रतिम और अद्भुत तथा कालातीत अमर विचार लोगों को दिया है। उनके जन्म-जीवन और मृत्यु के रहस्य को बड़े बड़े विद्वान और ऋषि महर्षि भी समझ नहीं पाए। उन्होंने माता- पिता, सखा और सखी की अद्भुत परिभाषाएं दीं । जो वर्णातित है । सत्+चित्+आनंद के समिश्रण भगवान सच्चिदानंद के अवतरण दिवस पर पर्यावरणविद ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की है ताकि सबका जीवन सुखमय और खुशमय बना रहे ।