पलामू : जंगल में हुए बम ब्लास्ट में चरवाहा घायल

छतरपुर (पलामू) । नौडीहा थानाक्षेत्र के रिसियप्पा गांव के जगदीश बैठा (60 वर्ष) बम ब्लास्ट में बुरी तरह घायल हो गये हैं । उनके एक हाथ की तीन उंगलियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी हैं । शनिवार की शाम में उन्हें छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया जहां से प्राथमिक चिकित्सा के बाद उन्हें रेफर कर दिया गया है । समाचार लिखे जाने तक इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई की सूचना नहीं मिली है ।
बकरी चराने के क्रम में बम को छुआ तो हो गया ब्लास्ट !
जगदीश बैठा ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उनका घर रिसियप्पा है । वे अपने गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित गोड़कट्टा जंगल में बकरी चराने गये थे । बकरी चराते हुए एक पत्थर पर बैठ गये और पत्थर पर ही हाथ रखा जो पलाश के पत्तों से ढंका हुआ था । हाथ रखने के बाद वहां पर जोरदार ब्लास्ट हुआ और उनका दाहिना हाथ पूरी तरह जख्मी हो गया । गोड़कट्टा जंगल रिसियप्पा गांव के उत्तर में अवस्थित है । यह घटना शनिवार को दिन में करीब 2 बजे घटी ।
सूअर और अन्य जंगली जीवों के शिकार के लिए जंगल में लगाये जाते हैं बम
सूअर और अन्य जंगली जीवों के शिकार के लिए ग्रामीण जंगल में जहां तहां बम लगा देते हैं । एक ग्रामीण सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सुदूरवर्ती इलाके के ऐसे जंगलों में कहां पर कितने बम बिछाये गये हैं, किसी को नहीं पता । अपने आप भी इन जंगलों में बम ब्लास्ट होते रहते हैं । जंगल में बिछाये गये बमों की जद में केवल जंगली जीव ही आते हैं, ऐसा बिल्कुल नहीं है । बल्कि इन बमों की जद में कई दफा घरेलू जीव और ग्रामीण भी आ जाते हैं । बात पुलिस तक न पहुंच पाये, इसलिए घायलों का इलाज ग्रामीण चिकित्सकों से ही करवा लिया जाता है । लेकिन इस घटना में चरवाहे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया ।