पलामू : बिहार और छतरपुर पुलिस के संयुक्त अभियान में पकड़ाया करीब 34 लाख का 22 हजार लीटर स्पिरिट

पलामू : बिहार और छतरपुर पुलिस के संयुक्त अभियान में पकड़ाया करीब 34 लाख का 22 हजार लीटर स्पिरिट

-- प्रमुख संवाददाता
-- 30 सितंबर 2021

पलामू जिले के छतरपुर थानाक्षेत्र के चौखड़ा टोला बरछाही के लल्लु यादव नामक व्यक्ति के घर में रखे 560 गैलन (22 हजार 400 लीटर) स्पिरिट पुलिस ने बरामद किया है । इसकी सामान्य कीमत 34 लाख रूपये बतायी जा रही है । करीब दो सौ खाली जार भी बरामद किये गये हैं । इस मामले में लल्लु यादव को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसके घर से स्पिरिट बरामद हुआ है । छतरपुर थाना में बिहार के आमस थाना प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने संबद्ध मामला दर्ज कराया है ।

बिहार में लगातार स्पिरिट पकड़ाने के बाद चौकस हुई पुलिस

बताया जा रहा है कि बिहार के मद्य निषेध प्रभाग की पुलिस, थाना पुलिस और छतरपुर पुलिस के संयुक्त अभियान में पुलिस ने बीते बुधवार की रात उक्त कार्रवाई की । दरअसल, पिछले दिनों बिहार के आमस में 4 हजार लीटर, कलेर में 8 हजार लीटर और मानपुर गया में 6 हजार लीटर अवैध स्पिरिट बरामद किया गया था । यह बरामदगी अगस्त से अब तक हुई थी ।

मद्य निषेध प्रभाग इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह ने बताया कि इन बरामदगी के बाद उनके प्रभाग के अधिकारी और थाना की पुलिस चौकस हो गयी और उन्होंने यह पता करना शुरू कर दिया कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में स्पिरिट कहां से आ रहा है ? पुलिस को छतरपुर में एक और नावा बाजार में तीन गोदाम का पता चला ।

तीन जगहों पर हुई छापामारी, एक जगह पर ही जखीरा मिला

बीते बुधवार की रात में स्थानीय पुलिस को साथ लेकर मद्य निषेध प्रभाग और आमस थानाक्षेत्र की पुलिस ने नावा बाजार क्षेत्र में दो जगह पर छापा मारा । लेकिन उन दोनों गोदाम में पुलिस को कुछ खाली गैलन और डिब्बे ही मिले । उसके बाद पुलिस ने छतरपुर के चौखड़ा टोला बरछाही में लल्लु यादव के घर में छापा मारकर स्पिरिट का उक्त‌ जखीरा बरामद किया ।

मद्य निषेध प्रभाग इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह ने बताया कि इसी वर्ष के मई माह में रेहला थाना से महज‌ कुछ दूरी पर ही उन्हीं की टीम ने तीस हजार लीटर स्पिरिट बरामद किया था । इसमें दस हजार लीटर स्पिरिट रेहला थाना के तत्कालीन प्रभारी भगवान सिंह की मिली भगत से पड़वा के आईटीआई कैंपस में तस्करों को बेचने के लिए भेज दिया गया था । जहां से चार तस्करों को 9 लाख रूपये से अधिक की राशि और एक फार्च्यूनर गाड़ी के साथ उनकी टीम ने पलामू पुलिस के साथ मिलकर पकड़ा था ।

अवैध स्पिरिट के धंधे का टर्न ओवर है लगभग 5 सौ करोड़, मुख्य माफिया है सीताराम

पुलिस सूत्रों के मुताबिक बिहार में स्पिरिट के अवैध कारोबार का बेताज बादशाह है मुजफ्फरपुर का सीताराम यादव । हांलाकि फिलवक्त इसका ठिकाना वेस्ट बंगाल के एक जगह पर है । लगभग 5 सौ करोड़ इसके काले धंधे का टर्न ओवर है । सीताराम मुख्य रूप से तीन लोगों के संपर्क में रहता है । यही तीन लोग उसके काले कारनामों को संभालते हैं । इस कांड के मुख्य आरोपी विजय सिंह और अन्य का सीताराम के इन्हीं तीन लोगों से अन्य लोगों का कॉन्टैक्ट है ।

पलामू-गढ़वा है तस्करों का सबसे मुफीद ठिकाना

पलामू और गढ़वा जिला स्पिरिट एकत्र कर बिहार भेजने का सबसे मुफीद ठिकाना है । इसमें भी पलामू के पिपरा, हरिहरगंज, नौडीहा बाजार, छतरपुर और नावा बाजार इलाके में तस्करों ने कई अड्डे बना रखे हैं जहां अवैध स्पिरिट जमा करके रखा जाता है और फिर उसे बिहार भेज दिया जाता है ।

दरअसल, स्पिरिट टैंकरों से कलकता से जब मध्य प्रदेश जाता है, उसी दौरान रास्ते में ही टैंकर को ड्राइवर की मिली भगत से ट्रैप करके तस्कर किसी सुनसान जगह पर ले जाकर टैंकर से स्पिरिट निकाल लेते हैं । तीन घंटे के लिए स्पिरिट लदे टैंकर रूट से गायब हो जाते हैं । फिर उस स्पिरिट को चिन्हित गोदामों तक लाया जाता है । स्पिरिट रखने वाले को मकान का भाड़ा हजारों में दिया जाता है । स्पिरिट भरने के लिए ही खाली जार रखे जाते हैं । जैसे, पकड़े गये लल्लु यादव को मकान भाड़ा एक लाख रूपये दिये जाने की बात सामने आयी है ।

ताकत- विजय सिंह का, सेटिंग- चंदन गुप्ता का, हेल्प- गुरूजी का और मकान लल्लु यादव का

नवीन कुमार सिंह ने बताया कि नवीनगर के सोनबरसा का विजय सिंह इस इलाके का प्रमुख तस्कर है जो सीताराम यादव की टीम के लिए काम कर रहा है । इस इलाके में सेटिंग का काम करता है नौडीहा बाजार इलाके का चंदन गुप्ता । चंदन छड़-सिमेंट का व्यवसायी है । उन्होंने कहा कि अभी इस इलाके के ऐसे अन्य गोदामों की बावत पुलिस पता कर रही है ।

एक गैलन स्पिरिट की कीमत यहां 6 हजार, गंगा पार होते ही 20 हजार से अधिक

पुलिस सूत्रों ने बताया कि यहां एक गैलन स्पिरिट की कीमत 6 हजार है । औरंगाबाद पहुंचते ही इसकी कीमत 10 हजार और पटना में इसकी कीमत 16 हजार हो जाती है । अगर यह स्पिरिट गंगा पार हो गयी तो वहां उसकी कीमत प्रति गैलन 20 हजार रूपये हो जाती है ।