शुरू हुआ नक्सली तांडव, गढ़वा जिले के धुरकी में सड़क निर्माण में लगे कई वाहनों को फूंका

Naxalite orgy started, many vehicles engaged in road construction were burnt in Dhurki of Garhwa distric

शुरू हुआ नक्सली तांडव, गढ़वा जिले के धुरकी में सड़क निर्माण में लगे कई वाहनों को फूंका

-- संवाददाता
-- 25 जुलाई 2021

गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र के घघरी में नक्सलियों ने जमकर कर उत्पात मचाया। नक्सलियों ने सड़क निर्माण करा रही कंपनी वीआरएस के घघरी गांव में स्थित कैप कार्यालय पर धावा बोलकर कई वाहनों को फूंक दिया और कुछ वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना बीते शनिवार के मध्यरात्रि की है। कंपनी बिलासपुर से बीरबल होते हुए धुरकी तक सड़क निर्माण करा रही है।

डीजल छिड़ककर वाहनों में लगायी आग

विभिन्न स्रोतों और प्रत्यक्षदर्शियों से मिली खबर के मुताबिक मध्यरात्रि अचानक लगभग आधा दर्जन हथियारबंद नकाबपोश नक्सली वीआरएस कंपनी के घघरी स्थित कैंप कार्यालय पर आ धमके। उस समय कैंप में कंपनी के कर्मी सो रहे थे। नक्सली एक चालक को पकड़कर पीटते हुए उसे लेकर कैंप ऑफिस पहुंचे। नक्सलियों ने ऑफिस में सो रहे सभी कर्मियों को वहां से बाहर निकलकर एक जगह जमा किया और कैंप में रखे डीजल को वाहनों पर छिड़ककर आग लगा दी।

इस घटना में नक्सलियों ने दो हाईवा, एक ग्रेडर और एक रोलर को आग के हवाले कर दिया जबकि दो जेसीबी मशीन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। नक्सलियों ने लगभग आधा घंटे तक उपद्रव किया इसके बाद गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए चलते बनें।

एक माह पूर्व इंजीनियर को किया था अगवा

यहां बताते चलें कि एक माह पूर्व गत 25 जून को नक्सलियों ने वीआरएस कंपनी के खुटिया स्थित कैंप ऑफिस से साईड इंजीनियर नागेंद्र सिंह को दिनदहाड़े अगवा कर लिया था तथा अपने साथ लेकर जंगल के रास्ते निकल लिये थे। जिसे चार घंटे बाद मुक्त किया था।

नक्सलियों ने दो प्रतिशत लेवी के लिये कंपनी के साईड इंजीनियर नागेंद्र सिंह का अगवा किया था। इसके पूर्व अपराधियों ने कई दफा मोबाईल पर लेवी के लिये धमकी दी थी।
 
बीपीसीपी मार्क्सवादी ने ली थी इंजीनियर के अपहरण की जिम्मेदारी

भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने वीआरएस कंपनी के साईड इंजीनियर नागेंद्र सिंह का अपहरण करने और बाद में मुक्त करने की जिम्मेवारी ली थी।

संगठन के स्वयंभू जोनल प्रभारी नितेश कुमार ने फोन पर इंजीनियर के अपहरण की जिम्मेदारी लेते हुये कहा था कि सड़क निर्माण करा रहे ठेकेदार के द्वारा लेवी नहीं देने, भूमि अधिग्रहण का मुआवजा अब तक नहीं दिये जाने, घटिया निर्माण करने एवं निर्माण कार्य को रोक के बावजूद कंपनी के द्वारा कार्य किये जाने के कारण इंजीनियर का अपहरण किया गया था।

एसडीपीओ का पक्ष :- "हथियार बंद अपराधियों के द्वारा वाहनों को जलाये जाने की सूचना पर घटनास्थल का जायजा लिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।"