चंद्रशेखर आजाद की याद में पर्यावरणविद् ने केंद्रीय विद्यालय में चंदन व कपूर के पौधे लगाकर कहा- आजादी अभी अधूरी है...

In memory of Chandrashekhar Azad, environmentalist planted sandalwood and camphor saplings in Kendriya Vidyalaya and said- Freedom is still incomplete

चंद्रशेखर आजाद की याद में पर्यावरणविद् ने केंद्रीय विद्यालय में चंदन व कपूर के पौधे लगाकर कहा- आजादी अभी अधूरी है...

-- समाचार डेस्क
-- 24 जुलाई 2021

धनबाद जिले के निरसा मैथन केंद्रीय विद्यालय में चंद्रशेखर आजाद और बाल गंगाधर तिलक के जन्मदिन पर पर्यावरणविद् कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ कर्नाटक का सफेद चंदन और हिमाचल का कपूर के पौधा लगाकर इसे यादगार बनाया । उन्होंने पर्यावरण धर्म का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि  चंद्रशेखर आजाद समेत देश के हजारों कुर्बान शहीदों की मदद से एक आजादी मिली है लेकिन प्रदूषण और कोरोना जैसी शत्रु से आजादी की दूसरी लड़ाई जीतना अभी बाकी है ।

वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि प्रदूषण की आग पूरे विश्व में लगी है। धनबाद और झरिया के कोयला खदानों में वर्षों से लगी आग को अभी तक बुझाई नहीं गई है, जिससे झरिया-धनबाद विश्व का तीसरा और देश का पहला प्रदूषण क्षेत्र जाना जाता है । जिस तेजी से कोयले का खनन होता है उसी तेजी से प्रदूषण फैलता है । प्रदूषण दूर करने का एक ही विकल्प है पर्यावरण धर्म के 8 मूल मंत्रों के साथ पौधा लगाना और वनों को बचाना ।

कौशल ने कहा कि मेरे द्वारा निशुल्क पौधा वितरण सह रोपन के 55 वां वर्ष और पर्यावरण धर्म एवं वन राखी मूवमेंट के 45 वर्ष पूरा होने के उपरांत प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी नेपाल भूटान समेत देश के 10 राज्यों में निःशुल्क पौधा वितरण सह रोपण के अवसर पर पर्यावरण धर्म पर गोष्टी का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रिंसिपल नावेड पराशर ने अपने संबोधन में पर्यावरणविद् कौशल के कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि लंबे समय से ये पर्यावरण के क्षेत्र में निशुल्क सेवा करते आ रहे हैं।  विद्यालय में इन्हें दूसरी बार बुलाया गया है ।  इनके द्वारा लगाये गये पौधे पेड़ बन रहे हैं । कार्यक्रम का संचालन मोनिका भारती ने किया । मौके पर राजीव रंजन, एसके पांडे, टीनू दुबे, मीनाक्षी, साबिर रब्बानी, शारदा भारती आदि मौजूद थे।