हरिहरगंज : पत्थर माइंस से उड़ने वाली धूल बनी पर्यावरण और जनजीवन के लिए खतरा : ग्रामीणों ने बैठक कर जताया विरोध

हरिहरगंज : पत्थर माइंस से उड़ने वाली धूल बनी पर्यावरण और जनजीवन के लिए खतरा : ग्रामीणों ने बैठक कर जताया विरोध

-- हरिहरगंज से कविलास मंडल

हरिहरगंज/पलामू । जिले के पिपरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत संचालित दर्जनाधिक क्रेशर प्लांट (पत्थर माइंस) के संचालकों की मनमानी से एक ओर जहां क्षेत्रवासी त्रस्त हैं।  वहीं दूसरी ओर क्रेसर प्लांट से उड़ रही धूल लोगों के लिए सरदर्द बना हुआ है। इसे लेकर रविवार को रामखेलावन यादव की अध्यक्षता में पिपरा में ग्रामीणों के साथ जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों की बैठक की गई।जिसका संचालन मुखिया राजेश राजवंशी ने किया।

पत्थर माइंस से उड़ रही धूल बनीं परेशानियों का कारण : पर्यावरण, खेती और जनजीवन के लिए खतरा

बैठक में क्रेशर प्लांट से उड़ रही धूल की वजह से हो रही परेशानियों पर चर्चा की गई। यह कहा गया कि इससे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा है। वहीं कई लोग गंभीर बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। जबकि किसानों की फसले बर्बाद होने से हर साल किसानों को लाखों का नुकसान पहुंच रहा है । नदी नाले का अस्तित्व भी खतरे में पड़ गया है। यह कहा गया कि माइंस संचालकों द्वारा डस्त से भरकर क्षेत्र के कई नदी नाले के अस्तित्व को मिटाया जा रहा है। जिससे भूमिगत जल स्तर नीचे जाने से लोगों के सामने पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है। यह पर्यावरण के साथ घोर खिलवाड़ है।

क्रेशर प्लांट से उड़ रही धूल की वजह से हो रहे नुकसान को सासंद, विधायक को अवगत कराने का लिया गया निर्णय

बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर उड़ती धूल से फसलों को हो रही नुकसान और लोगों की परेशानियां से प्रशासनिक अधिकारियों, विधायक और सांसद को भी अवगत कराने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह कहां गया कि पिपरा क्षेत्र में संचालित क्रेशर प्लांट की वजह से ग्रामीणों को एक साथ कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।एक तरफ फसलों को नुकसान पहुंच रहा है तो दूसरे तरफ कई संक्रामक बीमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं। वहीं नदी नाले का अस्तित्व ही मिटाने के कगार पर है। ग्रामीणों ने यह संकल्प लिया कि क्रेशर प्लांट से हो रही परेशानियों से अगर निजात नहीं दिलाया गया तो ग्रामीण एक जुट के साथ क्रेशर संचालकों के विरुद्ध आंदोलन को बाध्य होंगे।

फसलों को पशुओं से सुरक्षा के लिए कांजी हाउस निर्माण कराने का लिया गया निर्णय,15 सदस्ययी कमेटी गठित

एक अन्य प्रस्ताव में फसलों को पशुओं से सुरक्षा के लिए कांजी हाउस निर्माण कराने का निर्णय लिया गया। जिसे लेकर 15 सदस्ययी कमेटी गठित की गई।जिसमें सत्येंद्र यादव को अध्यक्ष, धर्मेंद्र सिंह को सचिव बनाया गया। अलावे इसके कार्य समिति में कई गणमान्य लोगों को शामिल किया गया है।जबकि पशुओं से फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए बकरी पालकों से 200 रूपए, गाय पालकों से 300 रूपये ,भैंस पालकों से 500 रूपये आर्थिक दंड के रूप में शुल्क निर्धारित किया गया। बैठक में जिला परिषद सदस्य ददन पासवान ,पूर्व जिप प्रतिनिधि एनसीपी नेता संदीप पासवान के अलावे मुखिया प्रतिनिधि अरविंद सिंह,भरत शर्मा, सत्येंद्र यादव, कमलेश यादव ,सत्येंद्र पासवान, सुनील सिंह, उपेंद्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, विनोद सिंह, विजय सिंह, संतोष यादव, प्रदीप पासवान, दक्षण पासवान, बालमुकुंदराम, कपिल राम, रेखा यादव, काशी यादव, मुंद्रिका यादव, सुरेंद्र पासवान सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।