डीएमओ ने छतरपुर के सिलदाग-ओकराहा के पास वनक्षेत्र और जीएम एरिया से अवैध पत्थर जब्त किया

डीएमओ ने छतरपुर के सिलदाग-ओकराहा के पास वनक्षेत्र और जीएम एरिया से अवैध पत्थर जब्त किया

पलामू डीसी के निर्देश पर जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार के नेतृत्व में छतरपुर के बरडीहा और सिलदाग एरिया में की गयी औचक छापामारी में वनक्षेत्र और गैरमजरूआ पहाड़ियों में से तोड़े जा रहे करीब दो हजार सीएफटी बोल्डर जब्त किया गया है । जब्त पत्थर को ढोकर छतरपुर स्थित वन विभाग परिसर में रखा जाएगा । डीएमओ आनंद कुमार और फॉरेस्टर प्रियदर्शी प्रमोद ने बताया कि अवैध उत्खनन करने वाले व्यक्तियों का नाम पता चल गया है और उनके विरूद्ध जब एफआईआर दर्ज किया जाएगा तब उनका नाम सार्वजनिक हो जाएगा । ये पत्थर जिस रास्ते से होकर बरडीहा स्थित क्रसर प्लांटों तक पहुंचाये जाते थे, उस रास्ते को काटकर भी अवरुद्ध किया जा रहा है ।

वन विभाग से अवैध खनन कर लाये गये पत्थरों के बूते चलते हैं बरडीहा से लेकर तेलाड़ी और आसपास के क्रसर

चेराईं रोड के बरडीहा और आसपास तथा रूदवा पंचायत के इलाके में चलाये जा रहे अधिकतर क्रसर वन विभाग से लाये जा रहे अवैध पत्थरों के भरोसे ही चलते हैं । अवैध उत्खनन के कारण इस इलाके की आधा दर्जन से अधिक पहाड़ियों का अस्तित्व खतरे में है । मीडिया में लगातार इस आशय की खबर प्रकाशित होने के बाद सालों बाद यह कार्रवाई हुई है । मजे की बात यह भी है कि वन विभाग से लाये गये पत्थर ब्लैक स्टोन होते हैं जो दूर से ही पहचाने जा सकते हैं । किसी भी वैध माईंस में वैसे ब्लैक स्टोन नहीं पाये जाते जो वन विभाग की पहाड़ियों में पाये जाते हैं । इस पत्थर को तोड़कर बनायी जानेवाली छर्री का बहुत डिमांड है और यह उंची कीमत पर बिकता है ।

इलाके में किसी सक्षम अधिकारी के आते ही क्यों बंद हो जाते हैं सभी क्रसर और गाड़ियां...?

जब कोई यह कहता है कि छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र सहित जिले भर में अवैध खनन, भंडारण और परिवहन संबद्ध अधिकारियों की मिली भगत से होता है तो वह बिल्कुल अकारण ही ऐसा नहीं कहता । अगर अधिकारी टाइट हो जायें तो यह अवैध खेला  रूक जाएगा । बुधवार को डीएमओ आनंद कुमार बरडीहा और सिलदाग के बीच में वनक्षेत्र में हो रहे अवैध खनन देखने आये थे । लेकिन जैसे ही यह खबर फ्लैश हुई, आसपास के सभी क्रसर और इससे जुड़े परिवहन पूरी तरह बंद हो गये ।