आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में नहीं हुआ बाबा धाम मंदिर खोलने का फैसला तो भाजपा विधायक अनशन पर बैठे

When the decision to open Baba Dham temple was not taken in the meeting of the Disaster Management Authority, the BJP MLA sat on a fast

आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में नहीं हुआ बाबा धाम मंदिर खोलने का फैसला तो भाजपा विधायक अनशन पर बैठे

-- संवाददाता
-- 8 सितंबर 2021

रांची । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में बुधवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक मुख्यमंत्री के विधानसभा स्थित कक्ष में आयोजित हुई। मुख्यमंत्री के सचिव आपदा प्रबंधन अमिताभ कौशल ने बताया गया कि देवघर स्थित बाबा धाम मंदिर खोलने के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के संबंध में समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित हुए हैं। इसपर मुख्यमंत्री द्वारा सचिव आपदा प्रबंधन को निदेश दिया गया कि मंदिर खोलने से संबंधित सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की प्रति यथा शीघ्र प्रस्तुत करें। निर्णय लिया गया कि  सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का अध्ययन कर धार्मिक स्थल को COVID-19 के परिप्रेक्ष्य में खोलने पर विचार किया जाए। आदेश की प्रति प्राप्त होते ही अगले सप्ताह बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में मंत्री आपदा प्रबंधन बन्ना गुप्ता , मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव वित्त विभाग  अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव  विनय कुमार चौबे, सचिव ग्रामीण विकास अबु बकर सिद्दीकी उपस्थित थे ।

भाजपा विधायक अनशन पर बैठे

भाजपा विधायक नारायण दास ने कहा-जबतक बाबा मंदिर खोलने का राज्य सरकार आदेश नहीं देती है,तबतक मैं अनशन पर रहूँगा। वे बुधवार को झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन सदन के बाहर अनशन पर बैठे थे।मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोल दिया है,सिर्फ झारखंड की सरकार ने बंद कर रखा है। मंदिर बंद होने से मंदिर पर आश्रित पंडित-पुरोहित, आसपास के दुकान सहित उसपर आश्रित सभी लोग भुखमरी के कगार पर पहुँच गए हैं। एक तो कोविडकाल में लॉकडाउन ने उनलोगों की पहले ही आर्थिक स्थिति को खराब कर दिया है। उपर से जेबी स्थिति सामान्य हो रही है तब भी मंदिरों को खोला नहीं जा रहा है। राज्य सरकार बाबा को नजरबंद करने का काम कर रही है। बाबा उनको नजरबंद कर देंगे। काफी देर अनशन पर बैठने के बाद विधानसभा से सरकार की ओर से उनको सदन के अंदर ले गए। सदन के अंदर भी विधायक ने फिर से कहा सरकार बाबा मंदिर खोलने क आदेश सदन में दे। इसपर स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो ने कहा-सरकार इसपर विचार करेगी ।