अन्नपूर्णा देवी के केन्द्रीय मंत्रीमंडल में शामिल होने पर छतरपुर विधायक ने कहा- "भाव विभोर हूं"

On joining the Union Cabinet of Annapurna Devi, Chhatarpur MLA said - "I am overwhelmed"

अन्नपूर्णा देवी के केन्द्रीय मंत्रीमंडल में शामिल होने पर छतरपुर विधायक ने कहा- "भाव विभोर हूं"

-- प्रमुख संवाददाता
-- 7 जुलाई 2021

केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में झारखंड से इकलौती कैबिनेट मंत्री के रूप में अन्नपूर्णा देवी के शामिल किये जाने के बाद भाजपा खेमा के साथ साथ राजद खेमा भी खुश है । सोशल मीडिया पर राजद के कई पुराने नेताओं कार्यकर्ताओं ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाये जाने पर खुशी जाहिर की है । वहीं, छतरपुर विधायक पुष्पा देवी और उनके पति सह पूर्व सांसद मनोज कुमार फूले नहीं समा रहे हैं ‌। ये दंपति अन्नपूर्णा देवी के काफी करीब माने जाते हैं । पुष्पा देवी का कहना है कि "भाव विभोर हूं । खुशी समेटी नहीं जा रही है । उन्होंने मुझे हमेशा छोटी बहन की तरह जाना और माना है ।" वहीं, पूर्व सांसद मनोज कुमार ने कहा कि - "उन्हें पूरा विश्वास है कि आदरणीया अन्नपूर्णा देवी जी केन्द्रीय मंत्री के रूप में बेहतर करेंगी । यह संपूर्ण झारखंड वासियों के लिए हर्ष और गर्व का दिन है । हमारे पूरे परिवार और भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं की ओर से उनके स्वर्णिम भविष्य की असंख्य हार्दिक शुभकामनायें ।"

झारखंड के बड़े नेता बाबूलाल जी को हराया था अन्नपूर्णा देवी ने

राजद में रहकर भी अन्नपूर्णा देवी बड़ी शख्सियत थीं । उन्होंने बड़े नेता बाबूलाल मरांडी को हराया था । तब बाबूलाल भाजपा में नहीं थे और झाविमो की तरफ से कोडरमा से चुनाव लड़े थे । तब अन्नपूर्णा देवी ने झारखंड में सबसे बड़ी जीत हासिल की थी । भाजपा प्रत्‍याशी अन्‍नपूर्णा देवी को कुल 711765 वोट प्राप्‍त हुए थे, जबकि झाविमो के बाबूलाल मरांडी को 286678 वोट मिले थे । इस तरह अन्‍नूपर्णा देवी 5 लाख से अधिक वोटों से जीती थीं । बाबूलाल कोडरमा क्षेत्र के काफी लोकप्रिय नेताओं के तौर पर जाने जाते हैं । इसके बावजूद उनको हराकर अन्नपूर्णा देवी ने इस क्षेत्र में एक बार फिर से भगवा को स्थापित कर दिया था । 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से ही अन्नपूर्णा देवी के नाम की चर्चा केन्द्रीय मंत्री पद को लेकर हो रही थी ।

कौन हैं अन्नपूर्णा देवी

अन्नपूर्णा के पति स्वर्गीय रमेश प्रसाद यादव साल 1998 में बिहार की राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रह चुके थे । पति के असामयिक निधन के बाद अन्नपूर्णा देवी ने राजनीति में कदम रखा । 1998 के विधानसभा उपचुनाव, झारखंड में साल 2000, 2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव में अन्नपूर्णा ने जीत दर्ज की । झारखंड में साल 2013 में बनी हेमंत सोरेन की सरकार में अन्नपूर्णा देवी को मंत्री बनाया गया था ।